चयनित अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों को भी बुलाकर पूछताछ करने के लिए सीबीआई ने जारी किया नोटिस
तहलका न्यूज रायपुर// छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) चयन घोटाला मामले में राज्यभर में दर्जनभर से अधिक ठिकानों पर छापे की कार्रवाई के बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की सभी टीमें माना (रायपुर) मुख्यालय लौट आई हैं। सीजी पीएससी के पूर्व पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, राज्यपाल के पूर्व सचिव अमृत खलखो व कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला को सीबीआई मुख्यालय में उपस्थित होने का नोटिस किया गया है। वहीं, अब चयनित अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों को भी बुलाकर पूछताछ की जाएगी। सीबीआई की टीम ने छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जप्त किए हैं। सीबीआई टीम ने सबसे अधिक समय करीब दस घंटे तक छानबीन व पूछताछ भिलाई में अमृत खलखो के निवास पर की। इस दौरान सीबीआई टीम ने अमृत खलखो के बेटे निखिल व नेहा के शैक्षणिक दस्तावेजों, लैपटॉप व मोबाइल फोन समेत घर को छानबीन की। साथ ही खलखो से भी पूछताछ की गई। बयान दर्ज कर सीबीआई टीम ने उन्हें अमृत खलखो के सीबीआई का कार्यालय में उपस्थित होने का नोटिस दिया है। सीबीआई उनसे भी पूछताछ करेगी।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) वर्ष 2020-2022 परीक्षा के दौरान डिप्टी कलेक्टर, उप पुलिस अधीक्षक व अन्य वरिष्ठ पदों के चयन में पक्षपात के आरोपों की जांच सीबीआई की टीम कर रही है। सीजी पीएससी परीक्षा वर्ष 2021 में डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित नेहा ने 13वां व निखिल ने 17वां स्थान प्राप्त किया है। वहीं, सेक्टर 2 भिलाई, सड़क-13 के बीएसपी कर्मी लालजी कौशिक के निवास पर भी सीबीआई की टीम ने छानबीन की और सामान्य पूछताछ के बाद सीबीआई के अफसर लौट गए। लालजी कौशिक के पुत्र का भी डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयन हुआ है। वहीं, बिलासपुर के कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला छापेमारी के दौरान तिफरा व यदुनंदन नगर के दोनों घरों में नहीं मिले। शुक्ला छापेमारी के दौरान रायपुर आए हुए थे। सीबीआई ने उन्हें भी नोटिस दिया है। पता चला है कि सीबीआई को अब जांच में 18 अभ्यर्थियों के चयन में पीएससी पदाधिकारियों, अफसरों व नेताओं के फेवर किए जाने के तथ्य मिले हैं और सीबीआई टीम उसे साबित करने में जुटी हुई है।