आरोपियों का जुलूस निकालने पर परिजनों ने पुलिस और आरएसएस के खिलाफ की नारेबाजी
तहलका न्यूज दुर्ग// 4 अगस्त की रात को आरएसएस कार्यालय के पास खड़े विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता अंजय ताम्रकार व उसके साथी समर्थ ताम्रकार पर असामाजिक तत्वों ने जानलेवा हमला कर उन्हें घायल कर दिया उसके बाद उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस मारपीट का कारण सड़क से वाहन हटाने के विवाद को लेकर शुरू हुआ, इस विवाद से क्रोधित असामाजिक तत्वों ने अंजय ताम्रकार पर हमला कर दिया जिससे अंजय अपनी जान बचाने के लिए आर्य नगर स्थित गायत्री हॉस्पिटल की ओर भागा। लेकिन इन असामाजिक तत्वों ने अस्पताल के अंदर पहुंचकर, वहां भी तोड़फोड़ मचाया। वही मोहननगर थाना पुलिस को इसकी सूचना मिलने पर अंजय और उसके साथी के साथ मारपीट कर जानलेवा हमला करने वाले 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी विक्की मुनेश्वर, लक्की सरदार एवं अन्य के खिलाफ धारा 109, 115 (2), 190, 191(2), 191(3), 296, 351 (2) के तहत अपराध पंजीकृत किया है। मोहन नगर थाना प्रभारी मोनिका पांडे के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सभी आरोपियों का जुलूस निकाला। इस दौरान आरोपियों के परिजन पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई को एक तरफ मानते हुए पुलिस के विरुद्ध नारे लगाए और पुलिस को विरोध भी झेलना पड़ा। जुलूस निकालने के दौरान लोग पुलिस प्रशासन हाय-हाय के नारे लगाते रहे।
विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता अंजय ताम्रकार व उसके साथी के साथ मारपीट की घटना की खबर लगने पर रात में ही विश्व हिन्दू परिषद्, आरएसएस व बजरंग दल के कार्यकर्ता मोहन नगर पुलिस थाना पहुंचे थे। कार्यकर्ताओं ने इस दौरान असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी को लेकर थाने में जमकर नारेबाजी की और पुलिस पर दबाव बनाया। घटना घटते ही पुलिस द्वारा मारपीट में शामिल 11 आरोपियों को हिरासत में ले लिया था और उसके बाद पुलिस ने कल मंगलवार को आरोपियों को लेकर मुख्य मार्ग पर जुलूस निकाला। इस दौरान मोहन नगर थाना प्रभारी मोनिका पांडेय सहित भारी पुलिस बल मौजूद रहा।
साथ ही काफी तादाद में आरोपियों के परिजन भी इकट्ठा थे। उन्होंने कहा कि एक तरफा कार्रवाई की जा रही है, हमारा पक्ष नहीं सुना जा रहा है। परिजनों का कहना था कि जब कांड दोनों पक्षों के बीच हुआ है तो दोनों का पक्ष सुना जाना आवश्यक है। सुखन दास मानिकपुरी ने कहा कि पुलिस हमारा पक्ष सुनने को तैयार ही नहीं है। जब विवाद हुआ है तब दूसरे पक्ष ने पहले मारपीट चालू की थी। इसके बाद हमारे पक्ष के लोगों ने भी अन्य लोगों को बुला लिया था। जो भी हो दोनों पक्ष को सुना जाना आवश्यक है। जब पुलिस के अधिकारियों से बात की जा रही है तो उनका कहना है कि ऊपर से प्रेशर है।
एक तरफा नहीं हुई है कार्रवाई-मोनिका
वही मोहन नगर थाना प्रभारी मोनिका पांडेय ने इसे एक तरफा कार्यवाही न बताते हुए कहा कि रविवार की रात को गाड़ी हटाने की बात को लेकर विवाद हो गया था, जिसने बलवा का रूप ले लिया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई की थी। 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने एक तरफा कार्रवाई नहीं की है। साक्ष्य के आधार पर ही कार्रवाई की जा रही है और भी साक्ष्य जुटाने का काम किया जा रहा है। आरोपियों ने अस्पताल में जाकर भी मारपीट एवं तोड़फोड़ की है उसका भी सबूत हमारे पास है।