कुलपति पद से बर्खास्त हुई ममता चंद्राकर, खैरागढ़ इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में थीं पदस्थ

तहलका न्यूज खैरागढ़// छत्तीसगढ़ के इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय (खैरागढ़) की कुलपति पद्मश्री ममता चंद्राकर को राज्यपाल ने हटा दिया है। ममता की नियुक्ति को लेकर कई सवाल उठ रहे थे। उनके खिलाफ राष्ट्रपति से सम्मानित शिक्षक बीआर यादव ने सत्याग्रह कर मोर्चा खोल दिया था, जिसके बाद कार्रवाई की गई है। राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने उनके खिलाफ विश्वविद्यालय अधिनियम 1956 की धारा 17 ए के तहत कार्यवाही की है। जानकारी के अनुसार इस धारा के तहत राज भवन के आदेश का उल्लंघन करने पर कार्यवाही की जाती है, ममता संभवत राज्य की पहले कुलपति होगी जिनके खिलाफ इस धारा के तहत कार्यवाही हुई है। नए कुलपति की नियुक्ति तक दुर्ग संभागायुक्त सत्यनारायण राठौर को विश्वविद्यालय का प्रभार दिया गया है। ममता को भूपेश सरकार ने 2020 में कुलपति बनाया था। उनकी नियुक्ति को लेकर शुरू से ही विवाद चल रहा था। उनके खिलाफ राष्ट्रपति से सम्मानित शिक्षक बी आर यादव ने सत्याग्रह कर मोर्चा खोल रखा था उन्होंने कुलपति हटाओ इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय बचाव के बैनर तले अनशन किया।
यादव का आरोप था कि राजभवन द्वारा जारी विज्ञापनों के अनुसार कुलपति के पद पर नियुक्त होने वाला व्यक्ति एकेडमिक होना चाहिए, और संबंधित के पास प्राध्यापक पद पर 10 वर्षों का अनुभव अनिवार्य है, लेकिन ममता के पास एक भी दिन का अनुभव नहीं है इसके पहले स्थानीय निवासियों ने भी कालीपट्टी बांधकर मसाल रैली निकाली थी। ममता की नियुक्ति के विरोध में खैरागढ़ बंद कर विरोध प्रदर्शन किया गया था इसके बाद राज्यपाल के सचिव ने कुलपति को तत्काल पद से हटाने का आदेश जारी कर दिया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा राज भवन के निर्देशों का लगातार पालन नहीं किया जा रहा था। पूर्व कुलपति डॉ. मांडवी सिंह अवकाश पर जाना चाहती थी, कुलपति ने उन्हें अनुमति नहीं दी राजभवन ने निर्देश दिया कि मांडवी सिंह को अनुमति दी जाए मगर आदेश का पालन नहीं हुआ इसके अलावा राजभवन की ओर से किया जा रहे पत्राचार पर भी सही तरीके से जवाब नहीं दिया जा रहा था।