सड़क बदहाल: टूटी सड़क के दो पाटों पर बल्लियां रख ,पैदल आने-जाने का जुगाड़|

वनांचल ग्राम रोल से बेरला परसाही तक 11.65 किलाेमीटर लंबी सड़क बनाई जा रही है। सड़क पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) की है। पहले चरण में सड़क पर मुरुम बिछाकर छोड़ दिए हैं। बरसात के कारण काम बंद है। निर्माणाधीन इस सड़क पर ग्राम बेरला व लावा के बीच नाले में आई बाढ़ से यह सड़क दो हिस्से में बंट गई है। बीच का हिस्सा बाढ़ में बह गया है। सड़क के दो पाटों पर बल्लियां रख ग्रामीणों ने पैदल आने- जाने का जुगाड़ बनाया है।
इधर, ग्राम खमरहा और बेरला के बीच दो निर्माणाधीन पुलिया का एप्रोच रोड बह गया है। इससे इस मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। ग्राम खमरहा से लावा-बेरला की दूरी महज 3 किलोमीटर है। लेकिन निर्माणाधीन पुलिया का एप्रोच बह जाने से लोगों को खमरहा से रेंगाखार, तेंदूटोला होते हुए 17 किलोमीटर अतिरिक्त घूमकर लावा-बेरला जाना पड़ रहा है। निर्माणाधीन इस सड़क की बदहाली के कारण इस रूट के 8 से अधिक गांव के लोग परेशान हैं।
निर्माणाधीन इस सड़क की बदहाली जानलेवा बनती जा रही है। ग्राम रोल से सूपखार के बीच पुलिया निर्माण किया जा रहा है, जो अधूरा है। निर्माणाधीन पुलिस के बगल में बनी एप्रोच रोड बह गया है। गहरा गड्ढा हो गया है, जिसमें बारिश का पानी भरा रहा हुआ है। कुछेक दिन पूर्व इस रोड से गुजर रही एक कार इस गड्ढे में गिर गई है। गनीमत है कि उसमें सवार लोगों को गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन कार अब भी गड्ढे में डूबी है।
वनांचल ग्राम रोल से बेरला-परसाही तक निर्माणाधीन सड़क व पुल-पुलियों का काम बारिश के कारण बंद है। बरसात गुजरने के बाद ही काम शुरू हो पाएगा। सितंबर महीने तक काम शुरू होने की उम्मीद नहीं है।
ग्राम रोल से परवाही तक सड़क निर्माण के लिए जाे मुरूम इस्तेमाल किए जा रहे हैं, वह ग्राम खमरहा में वनभूमि से निकाले गए हैं। मुरुम के लिए कई जगहों पर 5 से 7 फीट से ज्यादा खुदाई हुई हुई। बारिश से ये गड्ढे तालाब में तब्दील हो चुके हैं। इससे किसानों को अपने खेतों में आने-जाने में दिक्कत हो रही है। इसकी गहराई का अंदाजा आसपास लगे पेड़ों को देखकर लगा सकते हैं।
बोड़ला के पीडब्ल्यूडी एसडीओ एमडी सोनकेवरे का कहना है कि यह सड़क अभी निर्माणाधीन है। अभी मिट्टी-मुरुम का काम हुआ है, वो मजबूत नहीं रहता है। मैं दिखवा लेता हूं, कहां सड़क खराब हुई है।