कबीरधाम विशेषछत्तीसगढ़ स्पेशल

चिंता की बात: 365 दिन में 280 चाकूबाजी 56 मर्डर क्योंकि 1 क्लिक में घर पहुंच रहा चाकू

शुक्रवार रात 11.45 बजे कूलर कारोबारी के घर घुसकर एक युवक ने उसके गले में चाकू मार दिया। बात केवल इतनी थी कि वह कारोबारी के मकान के चबूतरे में बैठकर शराब पी रहा था। कारोबारी ने मना किया और वह नाराज हो गया। वीआईपी रोड पर गुरुवार की रात 180 रुपए लूटने तीन युवकों ने सुरक्षा गार्ड को चाकू मार दिया। खमतराई में साइकिल सवार का मोबाइल लूटने दो युवक ने उसे चाकू मार दिया।कोरोना काल में चाकूबाजी अचानक बढ़ गई है। 100-50 रुपए लूटने के लिए भी युवक चाकू चलाने से नहीं चूक रहे। 365 दिन में 280 चाकूबाजी की वारदातें और 56 हत्याएं हो चुकी हैं। क्योंकि कैसा भी स्टाइलिश और बटनदार चाकू युवकों को घर बैठे मिल रहा है। किसी भी शॉपिंग साइट पर जाकर आर्डर देने पर 5 दिन में मनपसंद चाकू हाथों में पहुंच रहा है। पुलिस के अफसर इस बात से भी हैरान हैं कि चाकूबाजी की 60 फीसदी वारदातों में ऐसे युवक शामिल हैं, जिनका पिछला कोई रिकार्ड नहीं है। यानी वे आदतन अपराधी नहीं है।चाकूबाजी की 90 फीसदी वारदातों के पीछे कोई बड़ा कारण सामने नहीं आया है। ज्यादातर वारदातों में 100-50 रुपए लूटने के लिए युवकों ने चाकू चला दिया। पुलिस की जांच में जब युवकों की हिस्ट्री चेक की गई और ये पता लगाया गया कि आखिर युवकों को चाकू कहां से मिल रहे हैं? तब पता चला कि युवक ऑनलाइन शॉपिंग साइट में जाकर मनपसंद और बटनदार चाकू मंगवा रहे हैं। आर्डर देने के चार-पांच दिनों में ही चाकू युवकों के हाथों में पहुंच रहा है।इस तथ्य के सामने आने के बाद पुलिस ने ऑनलाइन सप्लाई करने वाली कंपनियों को नोटिस जारी कर ब्योरा मांगा कि आखिर किस-किस ने और क्यों चाकू के आर्डर दिए हैं। ज्यादातर कंपनियों ने इसका ब्योरा नहीं दिया। जिन कंपनियों ने ब्योरा उपलब्ध कराया, पुलिस ने उसके आधार पर आर्डर देने वाले का पता लगाया। उन्हें नोटिस भेजकर चाकू तुरंत जमा करने को कहा। ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई।उसके बाद पिछले साल में केवल एक कंपनी के माध्यम से मंगवाए गए 697 चाकू जब्त किए गए। बाकी कंपनियों ने ब्योरा नहीं दिया, इस वजह से यह पता नहीं चल पा रहा है कि किन-किन लोगों ने चाकू मंगवाया है। पुलिस ने ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों को नोटिस जारी कर।

राजधानी में 110 से ज्यादा डेंजर जोन
पुलिस अधिकारियों ने चाकूबाजी की घटना को लेकर कुछ इलाकों की पहचान की है, जहां ज्यादा वारदातें होती हैं। इनमें गुढ़ियारी, खमतराई, भनपुरी, उरला, आमानाका, पुरानीबस्ती, टिकरापारा, न्यू राजेंद्रनगर, तेलीबांधा और खम्हारडीह थाना क्षेत्र के कुछ इलाके शामिल हैं। सिविल लाइन थाने का भी कुछ क्षेत्र इसमें शामिल है। हाल के दिनों में आउटर के अलावा जीई रोड, वीआईपी रोड और गौरव पथ पर भी लूटपाट और चाकूबाजी की वारदातें होने लगी है।अफसर कहते हैं कि जगह तय कर पाना कठिन है फिर भी पुरानी घटनाओं को लेकर हर थाने में ऐसे जगहों को चिन्हित करने का प्रयास किया जाता है। जहां पर विवाद, मारपीट और चाकूबाजी की घटनाएं होती है। हर थाने में ऐसे 4 से ज्यादा इलाके है जहां पर मामूली विवाद पर भी चाकूबाजी हो जाती है। कुछ थानों में इसकी संख्या ज्यादा है।

हकीकत… आज भी खरीद रहे लोग,
शॉपिंग साइट में कई तरह के स्टाइलिश बटन चाकू, गुप्ती, तलवार और कटार आज भी बिक रहे है। इसमें पुलिस रोक नहीं लगा पाई है। साइट में 200 रु.से लेकर 2000 तक के चाकू उपलब्ध है। आज भी लोग ऑनलाइन चाकू खरीद रहे हैं। पुलिस के नोटिस का कोई भी असर नहीं हुआ है।

400 से ज्यादा नाबालिग खुद पहुंचे थाने
बढ़ती घटनाओं के बाद पुलिस ने चाकू जब्त करने के लिए अभियान चलाया है। एक कंपनी से चाकू का आर्डर करने वालों का ब्योरा मिलने के बाद उन्हें फोन कर चाकू जमा करवाने को कहा। उसके बाद 697 ने चाकू जमा कराया। इन सभी ने ऑनलाइन ऑर्डर देकर चाकू खरीदा था। इनमें 400 से ज्यादा नाबालिग थे।

रोज सर्च कर रहे चाकू
गूगल में चाकू की सर्चिंग बढ़ी है। बटन चाकू, रामपुरी और नाइफ के नाम से लोग इसे सर्च करते है। छत्तीसगढ़ मे औसतन एक हजार से ज्यादा लोग गूगल में अलग-अलग साइट पर रोज चाकू सर्च करते हैं। रायपुर में रोज औसतन 400 लोग चाकू सर्च करते हैं, लेकिन सबसे ज्यादा रायगढ़ में चाकू सर्च किया जा रहा है

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