राज्य के सभी संभागों में बनेंगे एक-एक गौ अभ्यारण्य:–सीएम साय
तहलका न्यूज रायपुर// आचार संहिता की अवधि समाप्त होने के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्य के विकास की गति तेज करने के लिए आज गुरुवार से विभिन्न विभागों की मैराथन समीक्षा बैठकें लेनी शुरू कर दी। आज उन्होंने कृषि से संबंधित विभागों से इसकी शुरुआत करते हुए अधिकरियों से उनकी तैयारियों के संबंध में जानकारी ली और खेती किसानी से जुड़े स्वयं के व्यवहारिकः अनुभवों को भी साझा किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में गौवंश की रक्षा और संवर्धन के लिए सभी संभागों के एक-एक जिले में गौ अभ्यारण्य की स्थापना की जाएगी।
तीन जिलों में शुरू होगा ई–गिरदावरी
मुख्यमंत्री साय ने खेती-किसानी में टेक्नालॉजी के प्रयोग पर विशेष जोर दिया। अधिकारियों ने इस संबंध में हुए कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के तीन जिलों- महासमुंद, धमतरी और जिलों में कबीरधाम में जल्द ई-गिरदावरी का कार्य पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रारंभ होगा।
देवभोग की कमाई बढ़ाने आईआईएम करेगा अध्ययन
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि दूध और दुग्ध उत्पादों की बिक्री एवं दूध उत्पादन करने वाले किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए समुचित उपाए किए जाए। महासंघ के ब्रांड देवभोग जाएं। उन्होंने दुग्ध की बिक्री और आमदनी बढ़ाने के लिए आउटलेट की संख्या में वृद्धि और अन्य विकल्पों के लिए भारतीय प्रबंध संस्थान से विस्तृत अध्ययन कराने के निर्देश दिए।
खाद को लेकर अपना अनुभव बताया सीएम ने
मुख्यमंत्री साय स्वयं भी कृषक है और उनका परिवार अपनी आजीविका के लिए मुख्य रूप से खेती किसानों पर ही निर्भर रहा है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि किसानों को खाद-बीज के वितरण के समय इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखा जाए कि किसानों को उनकी मांग के अनुरूप खाद और बीज मिले। अपने खेती-किसानी के अनुभव साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि एक बार पहले जब उन्होंने डीएपी खाद की मांग की थी। तब उन्हें दूसरी खाद मिली, खाद के बोरे में डीएपी की मार्किंग थी, लेकिन बोरे में दूसरी खाद थी, हमारे किसानों के साथ अब यह न हो. यह सुनिश्चित करें।