राजनांदगांव लोकसभा चुनाव 2024: कका क्या होगा ? आखिरकार क्यों राजनांदगांव लोकसभा की जनता को पुलिस परिवार संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने भूपेश बघेल को वोट नहीं देने कि अपील की..vidio देखिए….
लोकसभा चुनाव नज़दीक है प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतर प्रचार प्रसार में कोई कमी नहीं कर रहे हैं । एक ओर भाजपा से संतोष पांडेय तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस से पुर्व मुख्यमंत्री रहे भूपेश बघेल आमने सामने है ।संतोष पांडेय अपने कार्यक्षेत्र में दौरा के लिए चर्चित है तो भूपेश बघेल कांग्रेस सरकार में हुवे घोटाले को लेकर चर्चे में है विजयी कौन होता है यह एक प्रश्न वाचक चिन्ह की तरह है ।
भूपेश बघेल के शासन काल में हिटलरशाही, खिलाफ़ आवाज़ उठाने वालो को जाना पड़ता था सलाखों के पीछे ।
राज्य में सत्ता जब कांग्रेस का था तो पुर्व मुख्यमंत्री रहे भूपेश बघेल का रुतबा ही अलग था इनके सरकार के खिलाफ कोई भी आवाज़ उठाने की हिम्मत करते उन्हें हिटलरशाही भूपेश बघेल की सरकार सलाखों के पीछे भेज दिया करते थे ।
पत्रकार, पुलीस,आदिवासी नेता से लेकर हर वो व्यक्ति जिन्होंने भूपेश बघेल के शासन में आवाज़ उठाने की हिम्मत किए उन सबको जेल की हवा खानी पड़ी थी ।
सत्ता सरकार में भूपेश बघेल की सरकार नहीं कर पाई थी वादा पूरा जिसका सीधा असर विधानसभा में देखा गया ।
गंगा जल को हाथ में लेकर पूर्ण शराब बंदी, पत्रकार सुरक्षा कानून लागू, पूर्ण रूप से बेरोजगारी भत्ता जैसे तामाम वायदे सत्ता सरकार में आने से पहले कांग्रेस ने घोषणा किया था जिसे पांच वर्ष में पुरा नहीं कर पाए जिसकी ख़ामियाजा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को भुगतना पड़ा व आगामी लोकसभा चुनाव में भी भुगतना पड़ सकता है।
भूपेश बघेल के सरकार में हूवा करोड़ों रुपए का घोटाला ।
शराब घोटाला, पीएससी घोटाला, गोबर घोटाला , महादेव सट्टा एप जैसे घोटालों में पूर्व कांग्रेस सरकार घिरी हुई है जिसको जनता नज़र अंदाज नही कर सकता आगामी चुनाव में इसका सीधा प्रभाव देखने को मिल सकता है।
भूपेश बघेल के हिटलरशाही शासन का भुगतान विधानसभा चुनाव में पुरे कांग्रेस पार्टी को झेलना पड़ा था जो कांग्रेस विधानसभा चुनाव में अबकी बार 75 पार का नारा दिए थे वो मात्र 35 सीटों में ही सिमट गई कांग्रेस पार्टी ने भूपेश बघेल पर एक बार फिर से भरोसा जताया है भरोसा कायम रहता हैं कि नहीं यह तो आने वाला वक्त ही बता पाएगा ।
भूपेश सरकार में आरक्षक संजीव मिश्रा को पुलिस परिवार के हक के लिए आवाज़ उठाना पड़ा था मंहगा धो बैठे नौकरी से हाथ ।
भूतपूर्व निलंबित आरक्षक संजीव मिश्रा जिनको पुलिस परिवार के हक के लिए भूपेश सरकार के खिलाफ़ आवाज़ उठाना इतना महंगा पड़ा कि निलंबित आरक्षक को अपने नौकरी से हाथ धोना पड़ा साथ साथ इनके परिवार को भी काफ़ी परेशानियोंका सामना करना पड़ा था।
हाल ही में पुलिस परिवार संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजीव मिश्रा का एक विडियो सामने आया है जिसमें वो कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल को वोट नहीं देने कि अपील कर रहे हैं आख़िर पूरा मामला क्या है नीचे दिए गए वीडियो देखें ।