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शैलचित्रों को लेकर 32 लाख का प्रोजेक्ट रविवि के डॉ. मिश्र को

पहली बार जिला प्रशासन ने स्वीकृत किया है इतना बड़ा प्रोजेक्ट

तहलका न्यूज रायपुर// रायगढ़ जिले के शैलचित्रों के अभिलेखीकरण एवं संरक्षण के लिए पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. नितेश कुमार मिश्र को 32 लाख प्रोजेक्ट मिला। यह प्रोजेक्ट जिला प्रशासन की ओर से स्वीकृत किया गया है। पहली बार जिला प्रशासन ने इतना बड़ा प्रोजेक्ट दिया है। रायगढ़ जिले में लगभग 28 शैलकला से सम्बन्धित पुरास्थल स्थित है। इसमें सिंघनपुर, कबरा पहाड़, ऊषाकोठी, करमागढ़, ओंगना विशेष रूप से उल्लेखनीय है।
प्रोजेक्ट मिलने के संबंध में सहायक प्राध्यापक डॉ. मिश्र ने बताया कि पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के प्राचीन भारतीय इतिहास अध्ययनशाला, आईआईटी भिलाई, संस्कृति विभाग, छत्तीसगढ़ तथा भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद् नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में शैलचित्र कला का उद्भव,

यह टीम करेगी प्रोजेक्ट में कार्य
इस प्रोजेक्ट को लेकर प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. नितेश कुमार मिश्र एवं देश के प्रसिद्ध पुराविद एवं रिटायर्ड ज्वाइंट डायरेक्टर जनरल एएसआई डॉ. एस. बी. ओटा एवं उनकी टीम जिसमें निहारिका श्रीवास्तव, सुमन पाण्डेय, भाग्यश्री दीवान एवं भेनू के द्वारा शैलचित्र कला को लेकर कार्य किया जाएगा। विकास एवं नृ-पुरातत्वीय अध्ययन विषय पर 2 से 8 फरवरी तक एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया था। इस कार्यशाला में छात्रों को फील्ड ट्रेनिंग के लिए रायगढ़ के ऊषाकोठी तथा कबरा पहाड़ ले जाया गया। कार्यशाला के फील्ड ट्रेनिंग के समापन सत्र में 6 फरवरी को रायगढ़ के कलेक्टर कार्तिकय गोयल पहुंचे। कार्यशाला से प्रभावित होकर उन्होंने रायगढ़ के सभी शैलकला से संबंधित पुरास्थलों के संरक्षण एवं अभिलेखीकरण को लेकर एक प्रोजेक्ट सबमिट करने के लिए कहा। डॉ. मिश्र ने एक प्रोजेक्ट रायगढ़ कलेक्टर को भेजा कलेक्टर ने रायगढ़ के शैलचित्रों के अभिलेखीकरण एवं संरक्षण सुझावों के लिए बत्तीस लाख रुपए का एक प्रोजेक्ट स्वीकृत किया है।

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