पंडरिया विधानसभा में शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने एवं पर्यटन को बढ़ावा देने भावना बोहरा ने विधानसभा में की प्रमुख मांगे
पर्यटन एवं शिक्षा के क्षेत्र में पंडरिया विधानसभा में हैं अपार संभावनाएं : भावना बोहरा
छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज विधानसभा सत्र के दौरान शिक्षा एवं पर्यटन विभाग की चर्चा में पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने भी चर्चा करते हुए क्षेत्र में शिक्षा के सुदृढ़ीकरण एवं क्षेत्र के प्रमुख पर्यटन स्थलों के विकास हेतु प्रमुख मांगे रखी। चर्चा के दौरान भावना बोहरा ने विगत पांच वर्षों में कांग्रेस सरकार के शासन में क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्थाओं तथा पर्यटन स्थलों के विकास को लेकर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए मूलभूत सुविधाओं की मांग को प्रमुखता से रखा।
भावना बोहरा ने सदन में चर्चा के दौरान कहा की पंडरिया विधानसभा में शिक्षा तथा पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं लेकिन विगत पांच वर्षों में शिक्षा संबंधी सुविधाओं तथा क्षेत्र में स्थित प्रमुख पर्यटन व धार्मिक स्थलों में विकास नहीं होने की वजह से छात्र-छात्राओं को समस्याएं हो रही हैं वहीं पर्यटन स्थलों के उचित रखरखाव की वजह से क्षेत्र में पर्यटन गतिविधि भी नहीं हो रही है, जिसके चलते वे अपना अस्तित्व खो रहें हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार के शासन में स्कूलों में शैक्षणिक सुविधाओं का विस्तार नहीं होने के कारण बच्चों व उनके पलकों को असुविधा हो रही है। वहीं क्षेत्र के ऐतिहासिक धार्मिक व पर्यटन स्थल हैं जिनका उचित रख-रखाव व विकास कार्य नहीं होने की वजह से अपना वजूद खो रहें हैं, जिनका जीर्णोद्धार अति आवश्यक है। हमारे पंडरिया विधानसभा से भी कई उत्कृष्ट व मेधावी छात्र-छात्राएं हैं जो आज देश-विदेश एवं प्रदेश में क्षेत का मान-सम्मान बढ़ा रहें हैं।
इस दौरान भावना बोहरा ने स्कूलों के जीर्णोद्धार व सुविधाओं के विस्तार एवं शिक्षकों की उपलबध्ता सहित विभिन्न मांगों को सदन के समक्ष रखा। उन्होंने सहसपुर लोहारा ब्लॉक अंतर्गत मोहगांव और पांडातराई में शासकीय कन्या विद्यालय की स्थापना, वीरेन्द्रनगर, कुंडा एवं कोड़ापुरी में उच्च शिक्षा हेतु महाविद्यालय की स्थापना, जिन विद्यालयों में शिक्षकों की कमी हैं वहां छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा हेतु अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था,पंडरिया विधानसभा अंतर्गत सभी स्कूलों का सर्वे कराकर जिन स्कूलों में आवश्यक कार्य जैसे, मरम्मत, अतिरिक्त भवन, खेल मैदान, बाउंड्रीवाल जैसे मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि कई विद्यालय ऐसे हैं जहाँ असामजिक तत्वों द्वारा विद्यालय परिसर के अंदर शराब पीने जैसी शिकायतें देखने व सुनने को मिली है, इसलिए वहां सुरक्षा की दृष्टि से बाउंड्रीवाल का निर्माण अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने बताया की विगत दिनों में विभिन्न शासकीय स्कूलों तथा महाविद्यालय में भ्रमण के दौरान पर्याप्त सुविधाओं तथा प्रयोगशालाओं में उपकरणों की भी कमी देखने को मिली है। शिक्षकों की कमी होने की वजह से छात्र-छात्राओं को उचित शिक्षा नहीं मिल रही है इसलिए अतिथि शिक्षक अथवा शिक्षकों की भर्ती होने से विद्यार्थियों को भी लाभ होगा। ऐसे ही कुछ विद्यालयों में भवन मरम्मत, स्वच्छता, शौचालय, खेल मैदान व सामग्री,रंग-रोगन और लाइब्रेरी निर्माण की भी अत्यंत आवश्यकता है।
भावना बोहरा ने क्षेत्र में पर्यटन स्थलों के जीर्णोद्धार व सौन्दर्यीकरण के विषय में कहा कि हमारे पंडरिया विधानसभा में भी कई ऐतिहासिक धार्मिक स्थल, पर्यटन क्षेत्र, प्राकृतिक झरने भी हैं जहाँ सैलानी आते हैं, लेकिन पूर्व की कांग्रेस सरकार द्वारा समय पर उनका रख-रखाव ठीक से नहीं करने व विकास कार्य नहीं होने की वजह से वह स्थल भी आज अपना अस्तित्व खो रहें हैं। इसके साथ ही विधानसभा में भी कई धार्मिक स्थल व मंदिर हैं जो पूरे प्रदेश में प्रसिद्द हैं ऐसे में जन आस्था को देखते हुए उन स्थानों का भी जीर्णोद्धार करने के महती आवश्यकता है।
उन्होंने वनांचल क्षेत्र कुई कुकदुर व भैंसादार को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने व कुँवर अछरिया देव स्थल का विकास कर वहां लगने वाले मेले को पर्यटन एवं संस्कृति विभाग द्वारा महोत्सव का दर्जा देने के लिए भी प्रमुखता से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा की इस देव स्थल के पुरातन महत्व से पूरा छत्तीसगढ़ अवगत है यहां लगने वाला मेला भी सुप्रसिद्ध है प्रदेश के कोने-कोने से यहां पर्यटक दर्शन करने के लिए आते हैं। वर्तमान में यहां अनियमितताओं के चलते सैलानियों में कमी आई है। पर्याप्त सुविधाएँ नहीं होने की वजह से भी यहां स्थित पुरातन कलाकृतियाँ भी नष्ट हो रहीं हैं ऐसे में इनका विकास बहुत ही आवश्यक हो चुका है। इन क्षेत्रों के पर्यटन स्थलों व प्राकृतिक सौन्दर्य को सहेजने से वनांचल क्षेत्र में रहने वालों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे वहीं क्षेत्र का विकास भी सुनिश्चित होगा।