राहुल गांधी के ‘पीएम मोदी का मतलब पनौती’ वाले बयान पर केदार गुप्ता का पलटवार, कहा कि पनौती तो छत्तीसगढ़ की सरकार है…
रायपुर। छत्तीसगढ़ में दोनों चरणों पर मतदान पूरे हो गए हैं। अब प्रत्याशियों के साथ-साथ प्रदेश की जनता को भी 3 दिसंबर का इंतजार है जब मालू हो जाएगा की प्रदेश में किसकी सरकार बन रही है। इसी बीच राहुल गांधी के एक बयान ‘पीएम मोदी का मतलब पनौती’ वाले बयान को लेकर बीजेपी उन पर हमलावर हो गई है और उनसे अपने बयान के लिए माफी मांगनी को कह रही है। इस संबंध में बीजेपी प्रवक्ता केदार गुप्ता का बयान सामने आया है।
बीजेपी प्रवक्ता केदार गुप्ता ने पलटवार करते ह्ए कहा है, कि पनौती तो छत्तीसगढ़ की सरकार है। पहली बार उनका मन किया कि इंदौर स्टेडियम में मैच देखें। कभी देखे नहीं तो इस बार भी नहीं देखते। ये लोग आपस में एक दूसरे के कानों में बातें करते थे। इनकी बातें सीधे रोहित शर्मा तक पहुंच गई। इस बार जनता छक्का मार रही है, कांग्रेस सीधा बाउंड्री पार ना हो जाए। हम 60 सीट पर जीत हासिल करेंगे।विधानसभा चुनाव में केंद्रीय नेताओं की भूमिका पर बीजेपी प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा, कि केंद्र के हर मंत्री का परफॉर्मेंस छत्तीसगढ़ की जनता ने देखा है। छग की जनता केंद्रीय नेतृत्व, पीएम मोदी को पसंद करती हैं।
केदार गुप्ता ने कहा कि असम के सीएम हिमंत बिस्वा और यूपी के सीएम योगी की सभा में जनता की भीड़ नजर आई। जनता उनकी सभाओं में जय श्री राम के नारे लगाते थे। भारत को आगे बढ़ाने में केंद्रीय नेतृत्व का हाथ रहा है। केंद्रीय नेतृत्व छत्तीसगढ़ में सफलता के रूप में आगे आएगा। सुरक्षा देने की क्षमता में विकास बढ़ाने की क्षमता छत्तीसगढ़ में है। वहीं, मतगणना केंद्र से जुड़ी तैयारी को लेकर केदार गुप्ता ने कहा, कि भाजपा के कार्यकर्ता जोश के साथ काम में लगे हैं। कांग्रेस की सरकार जन विरोधी रही हैं, उन्होंने सभी वर्गों के साथ धोखा किया। उन्हें उखाड़ कर फेंकना हैं, गिनती के समय बीजेपी मुस्तैदी से रहेगी, हम ईवीएम पर आरोप नहीं लगाते।
29 एसटी सीटों में ज़्यादा मतदान हुआ है और सामान्य सीटों में कम तो क्या तेंदूपत्ता इसका कारण वाले मामले में भाजपा प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा, कि तेंदूपत्ता में भ्रष्टाचार हुआ है। 13 लाख मानक बोरियां ही कलेक्ट हुई। 17 लाख मानक बोरियां इकठ्ठी होनी थी। 1 हजार करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ है। हरा सोना की डकैती कांग्रेस सरकार की ने की। इसका नुकसान आदिवासियों ने झेला है। अब आदिवासी हरा सोना लूटने वालों को सबक सिखाने निकले हैं।