क्रिकेट

भारत और इंग्लैंड ने वर्ल्ड कप 2023 में अभी तक 5-5 मैच खेले हैं. डिफेंडिंग चैंपियन को जहां 5 में से सिर्फ 1 ही मैच में जीत मिली है और 4 मैच हारे हैं, वहीं मेजबान भारत ने बिना किसी परेशानी के अपने पांचों मैच जीते हैं

इंग्लैंड को हल्के में न ले टीम इंडिया, इन 3 कारणों से हो सकता है नुकसान

IND vs ENG:

इंग्लैंड के पास खोने को को ज्यादा कुछ नहीं है लेकिन पाने को अपना सम्मान है.
किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि वर्ल्ड कप 2023 में इंग्लैंड इस तरह से अपने खिताब का बचाव करेगी. लगातार दूसरी बार खिताब की दावेदार मानी जा रही इंग्लैंड का ये बचाव सिर्फ तीन हफ्ते के अंदर खत्म हो जाएगा. जॉस बटलर की कप्तानी में एक साल पहले टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली इंग्लिश टीम वनडे क्रिकेट में इतनी खराब हो जाएगी, ये भी शायद ही किसी ने सोचा होगा. पांच में से 4 मैच हारने के बाद इंग्लैंड के आगे बढ़ने की संभावनाएं लगभग खत्म हो गई हैं. जो बची-खुची संभावना है भी, वो रविवार 29 अक्टूबर को लखनऊ में मिट्टी में मिल सकती है क्योंकि इंग्लैंड का सामना है टीम इंडिया से. फिर भी इंग्लैंड की ये टीम भारत के लिए खतरा पैदा कर सकती है.

लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड की इस टक्कर पर नजरें टिकी रहेंगी. एक तरह इस मैच में जीत के साथ टीम इंडिया सेमीफाइनल में अपनी जगह लगभग पक्की कर लेगी. वहीं हार के साथ ही इंग्लैंड का सफर पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. जाहिर तौर पर इंग्लैंड की टीम इस वक्त हर तरफ से पिटी और थकी हुई नजर आ रही है और सुपरफास्ट एक्सप्रेस की तरह दौड़ रही टीम इंडिया के सामने वो कमजोर मानी जा रही है, फिर भी टीम इंडिया के लिए ये इंग्लैंड खतरनाक साबित हो सकती है.

घायल शेर ज्यादा घातक होता है

सबसे पहली बात तो यही है कि इंग्लैंड के लिए इस वर्ल्ड कप में अब खोने को कुछ नहीं है. पॉइंट्स और रनरेट की गणित के आधार पर तो इंग्लैंड अभी भी बाहर नहीं हुई है लेकिन लगातार 4 मैच जीतना और फिर अन्य नतीजे भी उनके पक्ष में जाने की उम्मीदें लगभग असंभव ही हैं. यानी इंग्लैंड एक तरह से बाहर ही है. ऐसे में उसके पास सिर्फ अपने सम्मान के लिए लड़ने का विकल्प है और अक्सर ऐसी स्थिति में ही टीमें बिल्कुल घायल शेर की तरह ज्यादा खतरनाक साबित होती हैं. वो बचे कुछ मैच जीतकर दूसरी टीमों का खेल बिगाड़ती हैं.

इंग्लैंड की टीम में क्वालिटी खूब है, बस उसे एक टीम के रूप में एक साथ क्लिक करने की जरूरत है और खिताब की दावेदार और मेजबान भारत के जीत के रथ को रोकने से बड़ी प्रेरणा उसके लिए और क्या हो सकती है.

टीम इंडिया की परेशानी का फायदा

टीम इंडिया के लिए एक बड़ी परेशानी प्लेइंग इलेवन में संतुलन हासिल करना है. हार्दिक पंड्या की चोट के कारण ये संतुलन बिगड़ा है. अब या तो टीम इंडिया सिर्फ 5 गेंदबाजों के साथ जाए, जो उसने न्यूजीलैंड के खिलाफ किया था, या फिर 6 गेंदबाज भरने के लिए सिर्फ 5 प्रमुख बल्लेबाजों के साथ उतरे, जो बड़ा रिस्क होगा. इसका फायदा ही इंग्लैंड उठा सकता है. सिर्फ 5 गेंदबाजों की स्थिति में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के पास विकल्प नहीं होंगे और अगर 2 गेंदबाजों का दिन खराब रहा तो हालात मुश्किल हो सकते हैं. वहीं सिर्फ 5 बल्लेबाज रखने पर कोलैप्स की स्थिति में ऑलराउंडर्स से कुछ कमाल की उम्मीद करनी होगी. इंग्लैंड इन दोनों स्थितियों का फायदा उठा सकता है.

न्यूजीलैंड की दिखाई राह से कमाल की उम्मीद

धर्मशाला में टीम इंडिया के पिछले मैच में न्यूजीलैंड ने बाकी टीमों को दिखाया था कि कैसे टीम इंडिया को बैकफुट पर धकेला जा सकता है. टीम इंडिया की गेंदबाजी उसकी ताकत रही है, जिसमें बीच के ओवरों में रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव सबसे घातक साबित हुए हैं. न्यूजीलैंड के बल्लेबाज डेरिल मिचेल और रचिन रविंद्र ने उस मैच में कुलदीप यादव के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया था, जिसने भारत को मुश्किल में डाला था. इसने बाकी टीमों को भी एक राह दिखाई होगी कि किसी एक स्पिनर को अगर निशाना बनाया जाए तो भारत बैकफुट पर आ सकता है. खास तौर पर सिर्फ 5 गेंदबाजों की स्थिति में इंग्लैंड भी इसका फायदा उठा सकता है. ऐसे में अगर जॉस बटलर, बेन स्टोक्स और लियम लिविंगस्टन जैसे विस्फोटक बल्लेबाज इसमें सफल होते हैं तो इंग्लैंड कुछ कमाल कर सकता है.

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