कवर्धा की खास ख़बरें

धर्म जागृति ही हमारा कार्य है, सनातन धर्म के अपमान को नहीं भुला है संत समाज –स्वामी परमात्मानंद

कवर्धा का निर्वाचन धर्म युद्ध है –सनातन धर्म रक्षा मंच

लोकतंत्र में कमजोरियों का फायदा उठाकर गलत व्यक्ति न जीते ,उसे रोकना समाज का कर्तव्य – सर्वेश्वर दास

सनातन धर्म रक्षा मंच करेगा लोगो को जागरूक – भगवा ध्वज अपमान क्यों हुआ उत्तर दे उत्तरदायी –


कवर्धा – सनातन धर्म रक्षा मंच से जुड़े साधू संतो ने स्थानीय वाचनालय भवन में एकत्रित होकर प्रेस वार्ता कर मीडिया के सामने अपनी बात रखी . उन्होंने कहा हम वही साधू संत और महंत है जिन्होंने भगवा ध्वज अपमान होने पर कवर्धा में सनातन धर्म ध्वज की स्थापना के लिए शौर्य दिवस कर समाज को संदेश दिया है धर्म का अपमान बर्दास्त नही किया जायेगा .देश में लोकतत्र है शासन तन्त्र है और इस लोकतंत्र ने हमे भी अधिकार है अपनी बात रखने का .अपना सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा करने का .
छतीसगढ़ में इसी लोकतंत्र का महापर्व चल रहा है इस समर में राजनितिक दलों का अपना क्या मत है से हमे कोई मतलब नही हमारे लिए कवर्धा का समर धर्मयुद्ध है . हम सब साधू संतो ने निर्णय लिया है इस निर्णायक घड़ी में हम कवर्धा वासियों के साथ खड़े होंगे . समाज में जागृति लाने के लिए लोगो से सम्पर्क करेंगे और उनका मनोबल बढ़ायेगे .हम किसी का प्रचार नही करेंगे .
किन्तु जिन्होंने लोकतंत्र का आड़ लेकर पुलिस और शासन तन्त्र का दुरूपयोग किया .जिन्होंने भगवा ध्वज का अपमान करने वाले अपराधियों का सरक्षण किया .जिन्होंने बहुसंख्यक समाज के निर्दोष युवाओं बुजुर्गो लोगो को लाठियों से पिटवाया उनसे समाज को बचाने का प्रयाश जरुर करेंगे .
उन्होंने कहा हम भगवा पहनते है ,भगवा बिछाते और ओढ़ते है और उसी भगवा ध्वज के निचे धर्म की स्थापना होती है . कवर्धा की घटना ने हमे आत्मीय कस्ट पहुचाया था उसे भुला नही जा सकता . कुछ घटनाये अमिट हो जाती है . हम चाहते है लोकतंत्र का आड़ लेकर ऐसे व्यक्ति जो अपराधियों का सरक्षण करते है .बाहरी लोगो को पनाह देते है ऐसा व्यक्ति धन बल और बाहुबल से सत्ता पर काबिज न हो जाये .
सनातन धर्म रक्षा मंच धर्म की रक्षा करने समाज में जागरूकता लाने के लिए सदैव कार्य करता है अभी जिसप्रकार भाई से भाई को एक समाज को दुसरे समाज से और समाज के अंदर परिस्थिति पैदा कर तोड़ने का कुत्सिक प्रयाश किया जा रहा है यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है . सनातनियो को आपस में तोड़कर अंग्रेजो ने शासन किया .जयचंदों के मदद से आक्रांताओ ने भारत को गुलाम बनाये रखा . इतिहास में जो भूल हो गई उसे दोहराया नही जा सकता है .बात मौन रहने से नही प्रतिकार करने से बनेगी . इन्ही उद्देश्य के साथ हम कुछ दिवस कवर्धा की धरती पर अपना समय देने वाले है . हम प्रेस के माध्यम से लोगो तक अपनी बात रखना चाहते है ये जो हजारो की संख्या में बाहर से आकर समाज को भ्रमित कर पैसे के दम पर चुनाव जितना चाहते है हम ऐसे डरपोक नही हम सार्वजनिक रूप से यहाँ उपस्थित है लोगो से मिलेंगे अपनी बात रखेंगे और किसी के पक्ष में नहीं धर्म के पक्ष में अपनी बात रखेंगे . समाज से अपील करते है .छल प्रपंच और लोभ में भूल न करे गलत व्यक्ति के हाथ में सत्ता की चाबी देना देश ,राज्य ,गाँव शहर के लिए बाधक है इससे सदियों का नुकसान होता है .
साधू संत कवार्धवासियो के साथ खड़े है भय ,दबाव,लोभ और पैसे के बदोलत शासनतन्त्र पर कब्ज़ा करने वालो को रोके ,सबक सिखाये .
प्रेसवार्ता में प्रमुख रुप से महामंडलेश्वर सर्वेश्वर दास ,स्वामी परमात्मानंद ,महंत त्रिवेणी दास,संत कृष्णनद ,संत दिवाकर दास ,साध्वी लक्ष्मी रामायणी, कौशल राम जिरामनामी,चंद्रशेखर वर्मा,सुरेश चंद्रवंशी के साथ बड़ी संख्या में साधु संत मौजूद रहे ।

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