सन्ना में सेवा सहकारी समिति के सैकड़ों किसानों ने जशपुर कलेक्टर को पत्र लिखकर मामले की जांच करने की गुहार लगाई है.

जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में सेवा सहकारी समितियों में लंबे समय से पदस्थ प्रबंधक अपने ही परिवार के कम्प्यूटर आपरेटरों की आड़ में प्रदेश के किसानों के नाम पर व्यापक रूप से वित्तीय अनियमितता का खेल कर रहे है. जिले में सन्ना, कोतबा, बागगहार, पत्थलगांव तहसील में संचालित सेवा सहकारी समितियों की आडिट नहीं होने से यहां धान खरीदी के पंजीयन से ही फर्जीवाड़ा शुरू हो गया है. जहां कम्प्यूटर आपरेटर और प्रबंधक इन दिनों धड़ल्ले से किसानों का शोषण कर रहे है. सन्ना में सेवा सहकारी समिति के सैकड़ों किसानों ने जशपुर कलेक्टर को पत्र लिखकर मामले की जांच करने की गुहार लगाई है.
बता दें कि सन्ना में प्रबंधक का मनमाना रवैया बरते जाने के विरोध में किसानों ने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है. यहां पर रासायनिक खाद वितरण के समय पैसे की मांग, धान पंजीकरण और खरीदी के समय रकबा कम करने और धान की क्वालिटी कम करने की धमकी देकर किसानों से अवैध वसूली करने की शिकायत जनदर्शन में होने के बाद प्रबंधक को हटाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी अबतक प्रबंधक अपने पद पर बने हुए है.
जशपुर जिले के किसानों ने पहले भी सन्ना सहित ज्यादातर आदिमजाति सेवा सहकारी समिति में पदस्थ प्रभारी प्रबंधकों पर दुर्व्यवहार, रासायनिक खाद वितरण में राशि की मांग और धान खरीदी के समय किसानों को रकबा कम करने की धमकी देकर पैसे की मांग करने की शिकायत जनदर्शन के दौरान जिला कलेक्टर के समक्ष की है. इन शिकायतों को गंभीरता से लेकर पत्थलगांव, तमता, घरजियाबथान के प्रबंधकों तबादले भी किऐ गए थे लेकिन इन प्रबंधकों ने राजनीति दबाव से वहीं डेरा डाला हुआ है.
कलेक्टर की पहल से सन्ना के दिलेश्वर राम यादव को सन्ना से हटाकर बगीचा में अटैच किया गया है ताकि निष्पक्ष जांच हो सके. बावजूद इसके एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी सन्ना प्रभारी प्रबंधक अपने पद पर बने हुए है. जिससे किसानों ने एक नवंबर से धान खरीदी शुरू होने पर फिर अन्याय की होने की आशंका जताई है.
पूर्व में भी लाखों के गबन का लग चूका है आरोप
गौरतलब है कि साल 2017 में दिलेश्वर राम यादव के ऊपर 4 लाख 65 हजार रूपये गबन करने का आरोप लगा था, बावजूद इसके लगभग 6 साल बीत जाने के बाद भी विभागीय जांच अब तक पेंडिंग है. ऐसे में फिर से उसी प्रबंधक को बगीचा में अटैच कर दिया गया है, जो कि सवालों के घेरे में है. जिला अधिकारी अनिल तिर्की ने बताया कि हमे किसानों का शिकायत प्राप्त हुई थी, जिस पर हमने जांच के लिए समिति बनाकर प्रभारी प्रबंधक दिलेश्वर राम यादव सन्ना को बगीचा में अटैच कर दिया है. ताकि किसानो के शिकायत पर निष्पक्ष जांच हो और दोषी के ऊपर कार्यवाही किया जा सके. हटाने का आदेश एक माह पूर्व ही दिया जा चुका है. और जांच अभी चल रही है.