सीएमएचओ संविदा सुजॉय मुखर्जी कांग्रेस के एजेंट बनकर कर रहे कार्य।
भाजयुमो ने निर्वाचन आयोग से हटाने सौंपा ज्ञापन
कवर्धा :- राज्य सरकार ने दिनांक 13/09/2023 को सीएमएचओ डॉ सुजॉय मुखर्जी के सेवानिवृत्त होने के बाद एक वर्ष के लिए पुनः कबीरधाम में सीएमएचओ के पद पर संविदा नियुक्ति दी है। प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री तथा कवर्धा विद्यायक के खासमखास माने जाने वाले डॉ मुखर्जी अपने कर्तव्यों और दायित्वों को किनारे रख पुरी तरह से कांग्रेस का गुणगान करने से नहीं चुक रहे हैं बनिस्बत डॉ मुखर्जी की कार्यप्रणाली से समग्र चिकित्सकीय अमले और जिलेवासियों को काफ़ी पीड़ा महसूस हो रही है।
जिला भाजपा अध्यक्ष अशोक साहू के मार्गदर्शन में सौंप ज्ञापन
भाजयुमो जिला अध्यक्ष मनीराम साहू ने डॉ मुखर्जी के ऊपर सत्तासीन राजनीतिक दल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की तरह सरकारी कार्य करने का आरोप लगाते हुए तत्काल उन्हें हटाने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। ताकि निर्वाचन कार्य निष्पक्ष और निर्विवाद तरीके से संपन्न किए जा सके।
भाजयुमो जिला अध्यक्ष मनीराम साहू ने बताया कि गत वर्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में जिला अस्पताल कवर्धा में आयोजित चिकित्सकीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के फोटो को डॉ मुखर्जी ने भारतीय जनता पार्टी का कार्यक्रम निरूपित कर फोटो फाड़ने का दुस्साहस किया है। जो देशके प्रधानमंत्री तथा भाजपा के प्रति उनकी गंदी विचारधारा को बयां करता है साथ ही कांग्रेस सरकार के प्रति उनके भीतर नमकहलाली कूट कूट कर भरी नज़र आती है।
भाजयुमो जिला अध्यक्ष मनीराम ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को प्रेषित अपने ज्ञापन में लिखा है कि सीएमएचओ डॉ मुखर्जी नियम के विरुद्ध जाकर कर्मचारियों को बेवजह उनके मूल पदस्थापना से अन्यत्र संलग्न कर रखे हैं। दिनांक 28/03/23 को संचालक स्वास्थ्य के द्वारा संलग्नीकरण समाप्त करने जारी आदेश का कोई असर नहीं पड़ा है। उल्टा डॉ मुखर्जी ने जिले में किसी भी कर्मचारी का संलग्नीकरण समाप्त नहीं किया है। संचालक के आदेश का घनघोर उल्लंघन किया जा रहा है। डॉ मुखर्जी ने बिना परीक्षा लिए 5 से 6 साल पुराने तिथी 28/08/18 को कम्प्यूटर कौशल परीक्षा होने का हवाला देते हुए 23/03/23 को उसका परिणाम जारी किया है। सामान्य परिस्थिति में यह घटना संदेहास्पद होने के साथ ही परीक्षार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ कर भद्दा मजाक जैसा है। दिनांक 28/08/2018 की स्थिति में पदस्थ रहे सीएमएचओ द्वारा अभिप्रमाणित अथवा उक्त समय के परीक्षा समिति ने परीक्षा लिया हो और उसका मूल्यांकन करके रिजल्ट बनाया हो, ऐसा कोई दस्तावेजी प्रमाण सीएमएचओ कार्यालय में उपलब्ध है ही नहीं।
डॉ मुखर्जी ने मेडिकल फर्जीवाड़ा के ज्वलंत प्रकरण में दोषी लिपिक दीपक सिंह ठाकुर के विरुद्ध संचालक स्वास्थ्य के पत्र दिनांक 26/04/23 के पालन में विभागीय जांच किये बिना ही दिनांक 15/05/23 को फर्जी विभागीय जांच रिपोर्ट पर कार्यवाही की जानकारी देकर शासन प्रशासन को गुमराह किया है, जो उनके फ्रॉडपन को दर्शाता है।
यही नहीं शासन द्वारा निर्धारित ऑनलाइन पोर्टल से क्रय व भुगतान प्रक्रिया तथा क्रय शक्ति से अधिक व एक ही दिन में एक ही फर्म को एक ही दवाई के लिए अलग अलग क्रय आदेश देकर गम्भीर वित्तीय गड़बड़ी की है।
डॉ मुखर्जी न कबीरधाम जिले में शासन के नियम व उच्च अधिकारियों के आदेश निर्देश के विरुद्ध अपने मनमर्जी से विवादित एवं उटपटांग क्रियाकलाप कर गम्भीर वित्तीय अनियमितता की है। अनेक बार शिकायत उपरांत भी इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं किया जाने से स्पष्ट होता है कि डॉ मुखर्जी को क्षेत्रीय विधायक और मंत्री मो अकबर का संरक्षण प्राप्त है और इसी संरक्षण के बलबूते वे अवैधानिक कृत्यों को खुलेआम अंजाम भी दे रहे हैं साथ ही सत्तासीन कांग्रेस पार्टी के वफादार कार्यकर्ता की भांति भाजपा तथा पीएम नरेन्द्र मोदी के प्रति घटिया सोच रखते हैं।
जिसमें मुख्य रूप से उपस्थित रहे जिला उपाध्यक्ष मिथिलेश बंजारे जिला मंत्री नीतीश चंद्रवंशी हेमचंद चंद्रवंशी मंडल अध्यक्ष अनिल साहू महामंत्री दीपक ठाकुर मुकेश सेन रवि सोनी आशीष सोनी संजीव कुर्रे नीलकमल धावलकर राजा वर्मा कार्तिक सोनी एवं उपस्थित समस्त कार्यकर्ता गण ।