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कवर्धा:बोर्ड परीक्षार्थियों से परीक्षा शुल्क के नाम पर अवैध वसूली करने पर हंगामा

कवर्धा|शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला में अब बोर्ड परीक्षार्थियों से परीक्षा शुल्क के नाम पर अवैध वसूली व अतिरिक्त राशि की वसूली व अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्राओं से बोर्ड द्वारा माफ किए गए राशि को नहीं लौटाने के मामले का खुलासा हुआ है। इस मामले की शिकायत कलेक्टर से करने के बाद संस्था में अवैध वसूली की राशि की वापसी की प्रकिया भी शुरू हो गई है।

इधर शाला प्रबंध विकास समिति ने मामले में दोषी प्रभारी प्राचार्य व शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कन्या स्कूल इन दिनों किसी न किसी नए घटनाक्रम व विवादों को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है। शाला प्रबंध विकास समिति के अध्यक्ष अफसान खान विगत दिनों कलेक्टर को उक्त मामले की शिकायत की है।

निर्धारित शुल्क से अधिक राशि वसूले: कलेक्टर को दिए पत्र में बताया कि कक्षा दसवीं व बारहवीं बोर्ड के परीक्षार्थियों का परीक्षा शुल्क 390 व 570 रुपए निर्धारित था लेकिन दसवीं के छात्राओं से दस-दस रुपए यानी 400 रुपए एवं 12वीं की छात्राओं से तीस-तीस रुपए अधिक यानी 600 रुपए अवैध वसूली की गई। वहीं अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग छात्राओं को निर्धारित शुल्क से अधिक वसूली कर ली गई।

जबकि इस वर्ग विशेष के छात्राओं से निर्धारित फीस के बजाए छूट की गई राशि 270 को घटाकर शुल्क लिया जाना था। वहीं 12वीं गणित के छात्राओं से निर्धारित फीस 510 लिया जाना था लेकिन उनसे भी 90-90 रुपए यानी 600 रुपए वसूली गई।

हंगामा खड़ा होने के बाद लौटाया: शासन के निर्देश पर स्कूल शिक्षा विभाग ने इस वर्ष शासकीय शालाओं में अध्यनरत छात्र-छात्राओं से प्रवेश शुल्क नहीं लिया गया है। शासन ने कोविड-19 कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते में हुए स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का प्रवेश शुल्क माफ कर दिया था। लेकिन कन्या स्कूल में इस वर्ष नवमीं व दसवीं की छात्राओं से प्रवेश शुल्क 380 रुपए और 11वीं व 12वीं के छात्राओं से 415 रुपए वसूल लिया गया था। लेकिन जब छात्राओं व पालकों को इसकी भनक लगी और शाला में हंगामा मचा तो बच्चों से वसूली की गई राशियों को फिर लौटाया गया।

आए दिन विवादों से संस्था में पढ़ाई-लिखाई प्रभावित: कन्या स्कूल में नित्य नए विवादों से शाला का अध्यन-अध्यापन कार्य प्रभावित हो गया है। शिक्षकों की आपसी लड़ाई व खींचतान से संस्था दो भागों में बंट गया है।

कलेक्टर से शिकायत के बाद लौटाया जा रहा पैसा:

समिति के अध्यक्ष ने बताया कि उन्हें संस्था की छात्राओं ने परीक्षा शुल्क के नाम पर प्रभारी प्राचार्य द्वारा अवैध वसूली के संदर्भ लिखित शिकायत की है। बोर्ड में बच्चों से ली गई शुल्क को नवंबर में जमा कराया गया। अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग की प्रत्येक छा़त्रा से अवैध रूप से वसूली की गई 270 को चार महीने बाद कलेक्टर से शिकायत के बाद लौटाया जा रहा है।

माइग्रेशन के नाम पर पहले भी हो चुकी है अवैध वसूली

इससे पहले भी माइग्रेशन के नाम पर सौ से अधिक छात्राओं से वसूली का मामला सामने आया था। 12वीं उत्तीर्ण किए छात्राओं के लिए माइग्रेशन की फीस 110 रुपए निर्धारित थी। 130-130 रुपए वसूला। जब इस अवैध वसूली को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई तो कहा गया कि बीस-बीस रुपए प्रिंट कराने पर खर्च आया है। शिकायत के बाद यह राशि भी बच्चों की वापस नहीं हो पाई।

किसी प्रकार की अवैध वसूली नहीं हुई: प्रभारी प्राचार्य
कन्या स्कूल प्रभारी प्राचार्य रमेश कुमार साहू ने कहा कि छात्राओं से फीस के नाम पर किसी प्रकार से कोई अवैध वसूली या निर्धारित फीस से अधिक कोई अतिरिक्त राशि की वसूली नहीं की गई है।

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