वैरिफिकेशन नहीं, एग्जाम कैलेंडर चाहिए,प्रदेश भर के SI प्रतियोगियों का आज प्रदर्शन:

बिलासपुर।छत्तीसगढ़ में सब इंस्पेक्टर संवर्ग की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर प्रदेश भर के प्रतियोगी शुक्रवार को बिलासपुर में गांधीगिरी कर प्रदर्शन करेंगे। प्रतियोगियों की रैली सुबह 10 बजे गांधी चौक से शुरू होकर नेहरू चौक से होते हुए कलेक्टोरेट जाएगी, जहां मुख्यमंत्री और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा। प्रतियोगियों ने बताया कि राज्य सरकार ने 2018 में भर्ती के लिए आवेदन मंगाए थे, जिसकी प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो पाई है। राज्य शासन के वैरिफिकेशन के लिए जारी आदेश को उन्होंने बकवास बताते हुए एग्जाम कैलेन्डर जारी करने की मांग की है। साथ ही कहा है कि उनकी रैली को देखते हुए राज्य शासन एकबार फिर से प्रतियोगियों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।
प्रतियोगियों ने बताया कि विरोध-प्रदर्शन करने वाले युवा बेरोजगार छत्तीसगढ़ पुलिस निरीक्षक 2018 बैच के अभ्यर्थी हैं। पूर्ववर्ती सरकार ने वर्ष 2018 में 655 पदों पर भर्ती प्रक्रिया के लिए आवेदन मंगाए थे। तब प्रदेश भर के एक लाख 27 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदनपत्र जमा किया था। लेकिन तत्कालीन सरकार ने भर्ती प्रक्रिया पूरी करने कोई रुचि नहीं दिखाई।
रायपुर में भीख मांगकर किया था प्रदर्शन
प्रतियोगियों ने बताया कि 2018 बैच में निकाले गए विज्ञापन के तहत पूर्व में जमा किए गए आवेदन को शामिल करने की मांग को लेकर अगस्त 2021 में रायपुर के बूढ़ा तालाब के पास आंदोलन किया गया था। इस दौरान उन्होंने भीख मांग कर प्रदर्शन किया था। उनकी मांगों को पूरा करने शासन ने आश्वासन दिया था। इसके बाद राज्य शासन ने फिर से पद सृजित करते हुए 975 पदों के लिए आवेदन मंगाए। इसमें भी एक लाख 37 हजार प्रतियोगियों ने आवेदनपत्र जमा किया है। लेकिन, सरकार के उदासीन रवैए के चलते अब तक भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है।
प्रतियोगियों ने बताया कि बीते चार साल से उन्हें सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है। प्रतियोगियों को दिग्भ्रमित करने के लिए राज्य शासन ने रैली से एक दिन पहले राज्य शासन ने वैरिफिकेशन का झुनझुना थमाया है। उन्हें अब भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के लिए कैलेंडर जारी चाहिए। सरकार, यह बताए कि भर्ती प्रक्रिया कब से शुरू होगी और कब तक पूरी होगी। अब विधानसभा चुनाव आने वाला है। इसलिए सरकार उनकी मांगों को वैरिफिकेशन के नाम से उलझाना चाह रही है। प्रदेश भर के प्रतियोगी सरकार की लेट-लतीफी से शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान हो चुके हैं। उनकी मुख्य मांग एग्जाम कैलेंडर ही जारी कराना है। 10 दिनों के भीतर एग्जाम कैलेंडर जारी नहीं हुआ तो प्रदेश भर के प्रतियोगी फिर से रायपुर में एकजुट होकर उग्र आंदोलन करेंगे।