128 नलकूप का खनन, पेयजल व्यवस्था की समस्या जल्द होगी पूरी

कवर्धा| बोड़ला व पंडरिया ब्लॉक के वनांचल बैगा बसाहट ग्राम में पेयजल व्यवस्था की आपूर्ति को जल्द ही पूरी की जाएगी। ऐसे ग्रामों में जहां नलकूप खनन हुए हैं और ग्रीष्मकाल में पर्याप्त जल आवक की क्षमता नहीं है, इन गांवों में जल आपूर्ति बनाए रखने के लिए डगवेल (कुआं) खनन कर पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। कलेक्ट्रेट कार्यालय में कलेक्टर ने जल जीवन मिशन व ग्रीष्मकालीन पेयजल की हो रही समस्या से निपटने के लिए पीएचई विभाग के कामकाज की समीक्षा की |
कलेक्टर ने ग्रीष्मकालीन पेयजल संकट की समस्या के प्रभावी निदान के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। यहां बताया गया कि चालू वित्तीय वर्ष में 100 नलकूप खनन का लक्ष्य मिला है। इसके अलावा कलेक्टर ने बैठक में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन, जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा की।
10 हजार 873 हैंडपंप चालू हैं, 128 नलकूप का खनन
बैठक में पीएचई विभाग के कार्यपालन अभियंता जीपी गौड़ ने बताया कि विभाग अंतर्गत कुल तीन उपखंड हैं। जिले में कुल 10 हजार 873 क्रियाशील हैंडपंप है। ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 231 ग्रामीण नल जल प्रदाय योजना होने की जानकारी दी गई। 818 सिंगल फेस पावर पंप योजना 294 सोलर पंप योजना होने की जानकारी दी गई। वित्तीय वर्ष 2022-23 में नलकूप खनन के 130 का लक्ष्य मिला था, जिसमें से 128 नलकूप खनन का कार्य किया जा चुका है। पेयजल समस्या के संभावित ग्राम व बसाहट में मुख्य बस्ती या बसाहटों में संचालित हैंडपंप, पावर पंप या नल जल योजना द्वारा पेयजल उपलब्ध होने की जानकारी विभाग द्वारा दी गई।
हैंडपंप खराब होने पर 48 घंटे के अंदर सुधार कर रहे
बंद हैंडपंप के संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया कि शिकायत प्राप्त होने के 48 घंटे के अंदर सुधार के लिए कार्रवाई की जा रहीं है। हैंडपंप संधारण मोबाइल यूनिट का संचालन हो रहा है। प्रत्येक उपखंड में एक मोबाइल यूनिट कार्यरत होने की जानकारी दी गई। राज्य स्तरीय टोल फ्री नंबर 1800-233008 के संबंध में जानकारी दी गई। जल जीवन मिशन के संबंध में चर्चा करते हुए बताया गया कि जिले के 959 ग्राम में से 957 ग्राम में कार्य स्वीकृत कर दिया गया है। 718 ग्रामों में कार्यआदेश जारी किया गया है। 53 ग्रामों में कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जिले में 173 ग्रामों में जल प्रदाय प्रांरभ हो गया है।