हनुमान जयंती : श्रीखेड़ापति हनुमानजी मंदिर पर सुबह से उमड़ी भक्तो की भीड़

कवर्धा| यहाँ कई ऐसे मंदिर हैं, जिसकी अपनी एक अलग पहचान है। दर्शन के लिए छग के अलावा दीगर राज्यों से भी श्रद्धालु यहां आते हैं। ऐसा ही एक मंदिर है श्रीखेड़ापति हनुमानजी का मंदिर। इस मंदिर को यहां स्थापित श्रीहनुमान की प्रतिमा अपने आप में अलग बनाती है। यहां हनुमानजी शस्त्र उठाए प्रसन्न मुद्रा में विराजमान हैं।
भगवान की प्रतिमा देखकर प्रतीत होता है कि वे दक्षिण से वापस आते हुए उत्तर की तरफ जा रहे हैं और पूर्व की तरफ मुख करते हुए प्रसन्न चित्त मुद्रा में हैं। मान्यता है कि माता सीता का पता लगाकर दादा (हनुमानजी) आ रहे थे, वैसी मुद्रा में है।
यह मंदिर श्रीखेड़ापति दादा के नाम से प्रसिद्ध है। इस नाम के पीछे भी अलग कहानी है। पुजारी पं. चंद्रकिरण बताते हैं कि खेड़ा यानी गांव, पति यानी स्वामी अथवा राजा। यानी गांव का राजा। वर्ष 1751 में कवर्धा के स्टेट बनने के पूर्व से यहां श्रीखेड़ापति हनुमानजी की पूजा होती रही है।
गुरुवार को श्रीहनुमान जयंती मनाई जाएगी। जन्मोत्सव पर मंदिर में श्रीखेड़ापति हनुमान को 1100 मगज लड्डुओं का अर्चन करेंगे। इस दौरान श्रद्धालु मंदिर परिसर में ही श्रीहनुमान चालीसा, सुंदरकांड, श्री रामचरित्र मानस का पाठ करेंगे।महिला मंडली द्वारा मानस गान आयोजित होगा। गुरुवार शाम 4 बजे श्रीहनुमान जन्मोत्सव पर भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। यह शोभायात्रा श्रीखेड़ापति हनुमान मंदिर से निकलकर नगर के मुख्य मार्गों से होते रात 7.30 बजे भारत माता प्रतिमा स्थल पर पहुंचेगी, जहां महाआरती होगी। वहीं मठपारा स्थित श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर में गुरुवार सुबह 8 से श्रीहनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ, सुबह 9.30 बजे से रुद्राभिषेक, दोपहर 12 बजे भव्य श्रृंगार, जन्मोत्सव आरती व प्रसाद वितरण किया जाएगा।