भोरमदेव महोत्सव का समापन : लोक गायिका अलका चंद्राकर ने पारंपरिक गीत, कर्मा, ददरिया और जसगीत से समा बांधा
कवर्धा. भोरमदेव महोत्सव का समापन सोमवार देर रात को हुआ. समापन समारोह में लोक गायिका अलका चंद्राकर ने पारंपरिक गीत, कर्मा, ददरिया और जसगीत से समा बांधा
सोमवार शाम 4 बजे से स्थानीय कलाकार और स्कूली बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुति दी. उसके बाद देश के कई ख्याति प्राप्त कलाकारो ने अपनी प्रस्तुति दी. सारेगामा पा के विजेता बॉलीवुड के मशहूर कलाकार अपने अंदाज में कई नए और पुराने फिल्मी गाने गाकर दर्शकों का दिल जीता. वहीं लोक गायिका अलका चंद्राकार ने पूरा भोरमदेव महोत्सव का माहौल बदल दिया.
छत्तीसगढ़ की पारंपरिक गीत, कर्मा, ददरिया और जस गीत से समा बांधा. अलका चंद्राकार के गीतों पर दर्शक अपने आप को रोक नहीं पाए और अपने सीट से उठकर झूमते नजर आए. दर्शकों को मनाने में पुलिस के पसीने छूट गए. रविवार को भीड़ कम थी, भोरमदेव महोत्सव में सोमवार को मौसम ने साथ दिया, जिसके चलते हजारों की संख्या में महेमान कलाकारों को सुनने पहुंचे.