हिस्ट्रीशीटर कांग्रेस नेता मर्डर केस के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, 4 शूटर्स अभी भी फरार
बिलासपुर: हिस्ट्रीशीटर कांग्रेस नेता हत्याकांड में एक शूटर को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया है। अब भी 4 शूटर्स फरार हैं। पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी है। मर्डर केस के 90 दिन पूरे होने के बाद करीब 1500 पेज का चालान पेश किया, जिसमें 19 आरोपियों की गिरफ्तारी बताई गई और पांच शूटर्स को फरार बताया गया था।
शूटर पप्पू वाल्मिकी (दाढ़ी) को उत्तरप्रदेश पुलिस ने बीते 15 मार्च को गिरफ्तार किया था। उनके मुताबिक उसने चार साल पहले एक ठेकेदार के घर डाका डाला था, जिसके बाद से फरार चल रहा था। इस पर 15 हजार रुपए का इनाम भी रखा गया था।
पुलिस ने लखनऊ के आरोपी प्रसीन गुप्ता से पूछताछ की थी, जिसके आधार पर उसे शूटर मानकर आरोपी बनाया गया है। पप्पू को उत्तरप्रदेश पुलिस के पकड़े जाने की जानकारी मिलते ही सकरी पुलिस तीन दिन पहले ही लखनऊ के लिए रवाना हुई थी, जिसे कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड पर पुलिस लेकर आ गई है। पप्पू से भी पुलिस को शूटर्स और वारदात में प्रयुक्त हथियार के संबंध में कोई अहम जानकारी नहीं मिल पाई है।
हत्या की साजिश उसके भाई ने रची थी। पुलिस का दावा है कि उसने उत्तर प्रदेश के शूटर्स को हत्या की सुपारी दी थी। जांच में उनकी पहचान हो गई है। ग्रुप के सदस्य यूपी के चंदौली जिले के मुगलसराय में रहने वाले प्रसीन गुप्ता पिता प्रमोद गुप्ता (27) को लखनऊ एटीएस के माध्यम से एक माह पहले पकड़ा गया था। उसने पूछताछ में बताया था कि पांच-छह महीने पहले बनारस निवासी विनय द्विवेदी उर्फ गुरुजी उर्फ वासू से मुलाकात हुई थी। वह पैसों की लालच में आकर 9 दिसंबर को विनय द्विवेदी के साथ बनारस से बस में बैठकर बिलासपुर आ गया था।
पुलिस के अनुसार कपिल त्रिपाठी ने हत्या के इस साजिश में अपने दोस्त प्रेम श्रीवास को शामिल किया था। सुमित ने ही उत्तरप्रदेश के शूटर्स से संपर्क किया था और हत्या की सुपारी दी थी। ताकि, कपिल का नाम सीधे तौर पर सामने न आ पाए।
पुलिस ने इस केस की जांच में कपिल त्रिपाठी के साथ ही अलग-अलग जगहों से सीसीटीवी फुटेज बरामद किया है, जिसमें हत्या की साजिश रचने और वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी नजर आ रहे हैं। इसी तरह पुलिस ने उनका मोबाइल नंबर और कॉल डिटेल्स का एनालिसिस भी किया। जिसके आधार पर पुलिस यह साक्ष्य जुटाने की कोशिश की है कि हत्या की साजिश कपिल त्रिपाठी ने रची थी और बाकी उसके सहयोगी थे। यही वजह है कि शूटर्स और सहयोगियों के मोबाइल कॉल डिटेल्स का एनालिसिस कर उसे चालान में शामिल किया गया है।
चालान में पुलिस ने यह भी बताया है कि इस केस में अब तक 19 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। वहीं पांच शूटर्स की पहचान कर उनकी तलाश की जा रही है। फरार शूटर्स के पास गिरफ्तार आरोपी अमन गुप्ता की कार भी है, जिसकी तलाश जारी है। फरार आरोपियों में उत्तरप्रदेश के बनारस निवासी शूटर्स दानिश अंसारी (32), बनारस निवासी एजाज अंसारी उर्फ ऐज उर्फ सोनू (35), चित्रकूट के मानिकपुर निवासी विनय द्विवेदी उर्फ गुरुजी उर्फ वासू सिंह, बनारस निवासी पप्पू दाढ़ी (38) और गाजीपुर के संदपुर देवकाली मउपारा निवासी ताबीज अंसारी उर्फ इरफान अहमद पिता महफूज अहमद (28) शामिल हैं। चालान में पुलिस ने इन सभी शूटर्स की भूमिका और मोबाइल से बातचीत के साथ बिलासपुर आने का सबूत भी पेश किया है।
पुलिस ने करीब एक माह पहले उत्तरप्रदेश से प्रसीन गुप्ता को गिरफ्तार किया था। उसने पुलिस को बताया कि बिलासपुर में प्रेम श्रीवास उन्हें लेने के लिए बस स्टैंड आया, जहां से उन्हें कपिल त्रिपाठी के घर ले गया। वहां दानिश अंसारी और बनारस निवासी एजाज अंसारी उर्फ सोनू पहले से ही थे। सभी तीन दिन पहले ही बिलासपुर पहुंच गए थे। फिर 11 दिसंबर को बनारस निवासी पप्पू उर्फ दादी नाम का व्यक्ति भी कपिल त्रिपाठी के घर पहुंचा। रात करीब आठ बजे कपिल त्रिपाठी के साथ उनकी मीटिंग हुई।
कपिल त्रिपाठी ने अपने पास तीन पिस्टल और करीब 20 कारतूस रखा था। तय किया गया कि 14 दिसंबर को संजू को मारना है। सभी 14 दिसंबर को कपिल के फार्म हाउस में बैठे थे। तभी दोपहर तीन बजे कपिल त्रिपाठी के पास फोन आया कि संजू अपने फार्म हाउस से 3.30 बजे निकलेगा। इसके बाद सभी लोग अलग-अलग चार गाड़ी में सवार होकर फार्म हाउस से सकरी बाईपास के लिए निकल गए। प्रसीन गुप्ता सफेद रंग की कार में सवार था, जिसमें भरत तिवारी, आशीष तिवारी, राजेन्द्र ठाकुर बैठे थे। नीले रंग की पुरानी बलेनो कार को विनय द्विवेदी उर्फ गुरुजी चला रहा था, जिसमें शूटर्स दानिश, पप्पू दाढ़ी एजाज उर्फ सोनू कट्टा कारतूस से लैस होकर लेकर बैठे थे।
सभी लोग सकरी बाईपास में जाकर संजू त्रिपाठी की हत्या करने के इंतजार में थे। तभी दानिश के पास फोन आया कि संजू त्रिपाठी की गाड़ी एमजी हैक्टर सफेद रंग की है, जिसमें लाल रंग का बोर्ड लगा है। करीब 04.10 बजे संजू की गाड़ी आई तो योजना के मुताबिक प्रसीन ने अपनी कार को स्पीड ब्रेकर के आगे हेक्टर से टिकाकर अड़ा दिया। इतने में बलेनो में सवार पप्पू दाढ़ी, दानिश, एजाज उर्फ सोनू और विनय द्विवेदी उर्फ गुरूजी उतर कर आए और संजू की गाड़ी को घेर लिए।
ड्राइवर सीट पर बैठे संजू पर दानिश अंसारी ने पहली गोली चलाई। इसके बाद एजाज उर्फ सोनू और बाईं तरफ से पप्पू दादी और विनय द्विवेदी ने संजू त्रिपाठी पर फायरिंग करने लगे। दानिश अंसारी ने बताया कि संजू त्रिपाठी मर गया है। फिर सभी अलग-अलग गाड़ी में बैठकर उत्तर प्रदेश की ओर भाग गए।
पुलिस ने इस केस में कपिल त्रिपाठी के साथ ही उसके पिता जयनारायण त्रिपाठी, पत्नी सुचित्रा त्रिपाठी, मुंह बोली बहन कल्याणी, जीजा भरत तिवारी आशीष तिवारी, रवि तिवारी रिश्तेदार और उसके सहयोगी दोस्तों में प्रेम श्रीवास, सुमीत निर्मलकर, अमन गुप्ता, राजेंद्र सिंह ठाकुर के साथ ही उत्तरप्रदेश के वाराणसी के चौबेपुर क्षेत्र के ग्राम कमौली निवासी सावन पाठक (22), उत्तरप्रदेश बनारस के अभिषेक मिश्रा व हथियार सप्लायर समेत 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।