बोड़ला: पौराणिक तालाब (डबरी) पर भूमाफियो का कब्ज़ा, नियम विरुद्ध कार्य, शासन का लाखो का चूना
बिना किसी राजनीतिक संरक्षण के तालाब पाटना असंभव – करबला तालाब(डबरी) को कब्जा मुक्त कराने की मांग: नगरवासी
जीने के लिए और पानी के लिए मवेशी तरस रहे
शासन द्वारा लाखो रुपए खर्च कर सड़क किनारे बनाये गए,लोहे का सुरक्षा कार्ड उसे भी भूमाफिया द्वारा छतिग्रस्त कर दिया गया है जिसकी जिम्मेदार कौन है?
कवर्धा । कबीरधाम जिले में भूमाफियो का हौसला बढ़ते ही जा रहा है, बोड़ला नगर के वार्ड नं 1 पर स्थित दलदली मुख्य मार्ग में लगभग 70 साल पुरानी
डबरी – तालाब जो राजस्व विभाग के रिकार्ड में खसरा नं 388/1 और 388/2 पर साफ शब्दों में अंकित किया गया है कि निस्तारी डबरी व रूढ़ीवादी प्रथा लिखा गया है,मतलब स्पष्ट है कि आजीवन काल तक डबरी- तालाब ही रहेगा,जिसे कभी पाटा नही जा सकता .
पूरा मामला बोड़ला नगर के वार्ड नं 1 पर स्थित तालाब- डबरी का है लगभग 70 साल से नगरवासी निस्तारी के रूप में अपना नाहा धोना,मांजना और मवेशी को नहलाने का उपयोग करते आ रहे थे यह तालाब- डबरी खड़क सिंह पिता यशवंत राज की है ऐसी लोगो का कहना है,जब अचानक डबरी को पाटा जा रहा था तभी ग्रामीणों ने अपनी आपत्ती जताई थी और sdm व तहसीलदार को शिकायत की गई थी, तब राजस्व विभाग नींद से जागे और मौके पर पहुंच कर डबरी पाटने की कार्य को बंद करा दी और सम्बंधित को कार्य बंद करने की नोटिस दिया गया।एक नजरिया से देखा जाए तो बिना किसी संरक्षण के कोई भी व्यक्ति तालाब डबरी जो पौराणिक रूढ़िवाद प्रथा के नाम से निस्तारित पत्रक में दर्ज है, जिसे क़ब्ज़ा नहीं कर सकता.प्रशासन का यह दायित्व है किसी भी काम की स्वीकृति के पश्चात ज़िम्मेदार अधिकारी मौक़े पर आ कर मुआवना करें कि काम नियमानुसार हो रहा है कि नही.भूमाफिया द्वारा किसी भी तालाब को पाट कर अवैध प्लाटिंग के मकसद से रातो रात पाटना चालू कर दिया,पाटने के लिए अवैध मुरम खुदाई हजारों ट्रिप गाड़ियों में खुलेआम दिन दहाड़े भर कर लाया गया,जिससे राजस्व की लाखों रुपए की छति भूमाफियो के द्वारा किया गया जिसकी जिम्मेदार कौन हैं?
अश्वनी शर्मा मुख्य नगर पंचायत अधिकारी ने कहा- मेरे द्वारा डबरी-तालाब को पाटने की अनुमति नहीं दिया गया है न ही परमिशन दिया गया है, ऐसा किसी के द्वारा किया गया है तो जांच कर कानूनी कार्यवाही करते हुए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को अवगत कराया जायेगा।