Uncategorizedकबीरधाम विशेषकवर्धा की खास ख़बरें

कवर्धा,बोड़ला: कबाड़ में तब्दील हुआ जिम का मशीन,”कांग्रेसी नेता”, भवन को अवैध रूप से क़ब्जे में रखा हुआ है..जानिए कौन है…

नगर पंचायत बोड़ला मे जिम का सामान गायब, वर्षो से कांग्रेसी नेता गुरुदास मानिकपुरी छत्तीसगढ़ लोक कलाकार कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा अवैध रूप से भवन को कब्जे में रखा हुआ है

कवर्धा। जिले में जबसे कांग्रेस सत्ता में आई हैं तब से कांग्रेसी रौब दिखा कर डरा धमकाकर कार्य कर रहे है, ऐसे ही नगर पंचायत बोड़ला के तत्कालिक जनप्रतिनिधियों को जारी एलॉटमेंट से लाखों रुपए की जिम की सामग्री खरीदी गई है, जो वर्षो से कबाड़ में पड़ा हुआ है,और भवन कांग्रेसी नेता के अवैध रूप से कब्ज़े में रखा हुआ है, खेल सामग्री होने के बावजूद इसे नगरवासियों सामग्री का उपयोग नही कर सकता है,क्योंकि उदासीन जनप्रतिनिधियों के चलते देख रेख के अभाव के कारण सामग्री एक कमरे में बंद कबाड़ में तब्दील हो चुका है,और कई समान कबाड़ में भी बेच चुके हैं।

समाचार पत्र में भी प्रकाशित होने के बाद शासन प्रशासन गहरी नींद में सोए हुए हैं,कार्यवाही करने से डर रहे हैं क्योंकि वह कांग्रेसी नेता है,कही ट्रांसफर न कर दे।

बोड़ला नगर पंचायत में भी जिम खोलने के लिए खेल विभाग द्वारा लाखों रुपये खर्च कर सामग्री मंगाई गई, लेकिन देखरेख के अभाव में जिम में रखे गए समान कबाड़ में तब्दील हो चुका है। अय्यासी का अड्डा बन गया है जिस पर अभी तक ध्यान नहीं दिया जा रहा है खाना पीना सब चल रहा है ।

लाखो खर्च कर भवन निर्माण किया गया लेकिन शासकीय भवन का दुरुपयोग किया जा रहा है। यहां कबाड़ की तरह लाखों रुपये का जिम सामान बिखरा पड़ा है। लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए नगर पंचायत बोड़ला में जिम खोलने के लिए 2016 में शासन ने लाखों रुपये खर्च कर जिम का सामान उपलब्ध कराया गया। ताकि बच्चे व युवा वर्ग शहरों की तरह सुबह-शाम इसका उपयोग कर स्वास्थ्य व तंदुरुस्त रख सकें।

बिना उपयोग के कई समान खराब जंग हो चुके हैं तो कई सामान गायब हैं। आज तक किसी भी अधिकारी ने और न ही जनप्रतिनिधि भी इस ओर ध्यान नहीं दिया और न ही किसी ने यह जानने की कोशिश की कि सामान का उपयोग हो भी रहा है या नहीं। बस नगर पंचायत को सौंपने के बाद छुट्टी पा लिए। अगर इसको उपयोग में ही नहीं लाना था, तो शासकीय राशि का दुरुपयोग करने की जरूरत ही क्या थी। इन सामानों को ऐसे नगर पंचायत को दिए जाना चाहिए था जहां इसकी अहमियत हो। लेकिन ध्यान नहीं दे रहे हैं।

सामान मिला है। नगर पंचायत के जिम्मेदार भी इससे अनजान है। यही इ कारण है कि इसका लाभ किसी को नहीं मिल रहा है। इससे नगरवासियों के साथ युवा वर्ग में नाराजगी जता रहे हैं और जनप्रतिनिधियों को लेकर काफी चर्चा में बने हुए हैं।

निर्वाचित जनप्रतिनिधि अनदेखी कर रहे हैं।

लाखों रुपये खर्च कर जिमखाना का पूरा समान 2015-16 में नगर पंचायत को सौंपा गया। तब से सामान एक कमरे में पड़ा हुआ है। कौन- कौन से सामान आया था। इसकी जानकारी किसी को नहीं है। सामानों का लिस्ट ही पंचायत से गायब से है। बिना देखरेख के कबाड़ की तरह जंग खाते फैला हुआ है, तो कुछ समान गायब है। निर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने अब तक कोई पहल नहीं की है।

Related Articles

Back to top button