मिर्जापुर वेब सीरीज में नजर आते थे, कभी उनकी एक्टिंग से घबराया था हाफिज सईद | बॉलीवुड अभिनेता शाहनवाज प्रधान का निधन मिर्जापुर वेब सीरीज के अभिनेता का निधन, रायपुर के अलिफ लैला शाहनवाज में किया था किरदार
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रायपुर13 मिनट पहले
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रायपुर के रहने वाले बॉलीवुड अभिनेता शहनवाज प्रीमियर की शुक्रवार की रात मुंबई में निधन हो गया। हार्ट अटैक की वजह से उनकी जान चली गई। प्रधान 58 साल के थे और एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। कार्यक्रम में ही उनकी तबियत खराब हो गई। उन्हें ट्रिपल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान जा चुकी थी। शाहनवाज प्रीमियर के सह-अभिनेता राजेश तैलंग ने अभिनेता के निधन की पुष्टि की। उन्होंने एक ट्वीटर पर लिखा- ‘शाहनवाज भाई का आखिरी सलाम!! क्या गजब के रहने वाले इंसान और कितनी अच्छी आदत वाले थे आप, मिर्जापुर के दौरान कितना खर्चीला रहने के दौरान आपके साथ यकीन नहीं हो रहा है।
मिर्जापुर वेबसीरीज में पंकज त्रिपाठी के साथ एक सीन में शाहनवाज।
शाहनवाज प्रधान का अंतिम संस्कार शनिवार को मुंबई के मजगांव में किया जाएगा। वेबसीरीज मिर्जापुर में ‘गुड्डू भैया’ की प्रसिद्ध सुसुर की भूमिका शहनवाज ने ही निभाई थी। पुलिस अधिकारी परशूराम गुप्ता का विभिन्न वेब सीरीज काफी अहम था। अभिनेता पंकज त्रिपाठी के साथ भी शाहनवाज के काफी सीन वेब सीरीज में इस्तेमाल किए गए थे। मिर्जापुर 3 की तैयारी में भी शाहनवाज शामिल थे। इसकी शूटिंग शुरू हो चुकी है।
मिर्जापुर टीम के साथ शाहनवाज।
हाफिज सईद अपनी एक्टिंग से घबराया हुआ था
कुछ साल पहले दैनिक भास्कर को दिए एक इंटरव्यू में शहनवाज प्राइम ने अपनी जिंदगी से दिलचस्प और डराने वाला किस्सा बताया था। सैफ अली खान, कैटरीना कैफ की फिल्म आई थी फैंटम। इस फिल्म में हाफिज सईद की भूमिका से प्रेरित हारिफ शाहनवाज ने ही अपना रूप दिया था।
मंच की तस्वीरों में शाहनवाज हैं और दूसरी तस्वीरें हाफिज की हैं।
बिल्कुल हू ब हू हाफिज सईद की तरह उनकी सभी स्क्रिन पर नजर आ रही थी। ये विशेषता पाकिस्तान गुरु हाफिज को कटई पसंद नहीं आया। हाफिज ने तब अपने रसूख से इस फिल्म को पाकिस्तान में बैन कर दिया था। कुछ दहशतगर्दी ने शहनवाज को मारने की धमकी दी थी। इस वजह से किसी दिन शाहनवाज को अंडर ग्राउंड बनाकर रखा गया था और ये बात जाहिर नहीं होने दी गई थी कि उन्होंने ही ये किरदार निभाया था।
फिल्म फैंटम की इस कहानी में शाहनवाज की उनके कई करीबी दोस्त भी नहीं पहचान पाए थे।
पाकिस्तान जिंदाबाद नहीं कहा
फैंटम फिल्म को लेकर लीड ने तब डेली भास्कर को था कि सेंसर से रिलेटेड कारणों से फिल्म के किरदार का नाम हरी बताया। फिल्म के सीन में एक बड़ी रैली होती है। इसी सीन में फिल्म के हीरो सैफ अली हाफिज पर अटैक करने वाले हैं। 3000 लोग मेरी बोली सुन रहे थे। उस दौरान मेरे लोगों से ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ नारे के लगवाने थे। मैं जैसे माइक में पाकिस्तान बोला, तो लोगों ने जिन्नबाद बोलने से इंकार कर दिया।
शाहनवाज के कई कर्मशियल एड शूट हो चुके थे।
इतने सारे लोगों को ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का बुलवाने के लिए मनाना काफी मुश्किल था। उस वक्त मैंने हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे ही लगवाए, बाद में डबिंग के दौरान हिंदुस्तान की जगह पाकिस्तान कर दिया। ताकि सीन में रिएलाइट क्रिएट हो सके। मजिस्ट्रेट हाफिज के विवरण के लिए शाहनवाज ने हाफिज के कई वीडियो देखे। बॉडी लैंग्वेज और रिदम को पकड़ने की कोशिश की। असली हाफिज सईद की जुबान बोलती है बाहर आती है। वैसी ही लेखन शाहनवाज को करनी पड़ी थी।
शाहनवाज साल में एक बार रायपुर जरूर आते थे।
रायपुर और शाहनवाज
यहां के वाजनाथ पार की तंग गलियों से जुड़े हुए थे। सिटी थिएटर से हीइंग का बीज उनमें से था। रायपुर में एक थिएटर ग्रुप के साथ जुड़कर दुनिया में कदम रखा। प्रधान ने जाम वर्मा, मिर्जा मसूद, जलील रिजवी और हबीब तनवीर जैसे गुरुओं के सानिध्य में इसकी विशेषताएं सीखी हैं। 1984 में एक वर्कशाप के दौरान उन्होंने हबीब तनवीर के साथ अपने प्रोफ़ेशनल ग्रुप न्यू थिएटर में जुड़कर काम किया। 1991 से मुंबई में जाकर टेलीविजन और फिल्मों में काम करने लगे।
श्री कृष्ण सीरील में नंद बाबा बने थे।
श्रीकृष्णा में नंदबाबा की पहचान शहनवाज ने ही किया, अलिफ लैला में सिंदबाद बने थे। अपने गुरु हबीब तनवीर के साथ करीब 5 साल तक थिएटर करने के बाद शाहनवाज श्याम बेनेगल और सुधीर मिश्रा से मिले। इसमें तनवीर ने उनकी मदद की। फिर एक के बाद शाहनवाज को एक कई विवरण मिले। शाहनवाज एक वॉइस ओवर कलाकार भी थे, बैटमैन सीरीज की मशहूर फिल्म द डार्क नाइट में उन्होंने वॉइस ओवर भी किया था।
90 के दशक का मशहूर टीवी शो अलिफ लैला के सिंदबाद रायपुर के शाहनवाज ही थे।
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