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टिप्‍पणी में छत्तीसगढ़ का बेटा शहीद:चीन सीमा पर रुका था मनीष, घर में चल रही थी शादी की तैयारी, आई मरने की खबर – छत्तीसगढ़ धमतरी का जवान चीन-लद्दाख बॉर्डर पर शहीद

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शहीद जवान मनीष नेताम।

शहीद जवान मनीष नेताम।
– फोटो : बातचीत समाचार एजेंसी

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छत्तीसगढ़ के बेटे मनीष नेताम ने बुधवार को मैसेज में शहीद हो गए। उसकी चीन सीमा पर फिर से शुरुआत हुई थी। कड़ाके की ठंड में मनीष की तबीयत खराब हो गई। इसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान मनीष ने दम तोड़ दिया। मनीष अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। जवान का पार्थिव शरीर 30 दिसंबर को माता-पिता का घर बनेगा, धमतरी के गांव खरेंगा। मनीष की मौत की सूचना गांव में शोक व्याकुल है।

दो महीने पहले बहन की शादी में आया था
धमतरी से लगे छोटे से गांव खरेंगावासी राजेंद्र नेताम के बेटे मनीष की शादी की तैयारी चल रही थी। इसी बीच उनकी मौत की खबर घर पहुंच गई। इसके बाद परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। मनीष एक गरीब परिवार से था। उसकी एक बहन है। किसकी शादी करीब दो माह पहले ही मनीष के एक दोस्त से हुई है। वह भी सेना में जवान है। शादी के दौरान ही मनीष घर आ गया था। इसके बाद बहन को विदा कर ड्यूटी पर लौटा दिया।

माइनस 40 डिग्री में बर्फीले पहाड़ों पर ड्यूटी कर रहा था
मनीष ने साल 2019 में ही फौज ज्वाइन कर ली थी। वह मराठा रेजीमेंट में था और लेह लद्याख में डयूटी कर रहा था। बताया जा रहा है कि लेह मैसेज में जहां रेंज पर लुक की दोबारा होती है, वहां ऑक्सीजन की काफी कमी है। ठंड के मौसम में तापमान माइनस 40 डिग्री तक पहुंच जाता है। मनीष भी इन कुछ सील्स के साथ बर्फीली पहाड़ी पर ड्यूटी कर रहे थे। इसी दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई। सांस लेने में तकलीफ होने लगी।

कल गांव पहुंचेगा शहीद का शव
मनीष के दोस्तों का बयान है कि पढ़ाई के समय से ही वह समाज और देश सेवा की ही बात करता रहता था। इसी बीच वह सेना में शामिल हो गया। उनके बचपन से ही देश भक्ति का जज्बा था। जवान के शव के पहुंचने के बाद सम्मान से उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी। गुरूवार को गांव में मंडी मेला लगा था। जवान के शहीद होने की खबर ही मिली, गांव में मीटिंग कर फेयर कैंसिल कर दिया।

विस्तार

छत्तीसगढ़ के बेटे मनीष नेताम ने बुधवार को मैसेज में शहीद हो गए। उसकी चीन सीमा पर फिर से शुरुआत हुई थी। कड़ाके की ठंड में मनीष की तबीयत खराब हो गई। इसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान मनीष ने दम तोड़ दिया। मनीष अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। जवान का पार्थिव शरीर 30 दिसंबर को माता-पिता का घर बनेगा, धमतरी के गांव खरेंगा। मनीष की मौत की सूचना गांव में शोक व्याकुल है।

दो महीने पहले बहन की शादी में आया था

धमतरी से लगे छोटे से गांव खरेंगावासी राजेंद्र नेताम के बेटे मनीष की शादी की तैयारी चल रही थी। इसी बीच उनकी मौत की खबर घर पहुंच गई। इसके बाद परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। मनीष एक गरीब परिवार से था। उसकी एक बहन है। किसकी शादी करीब दो माह पहले ही मनीष के एक दोस्त से हुई है। वह भी सेना में जवान है। शादी के दौरान ही मनीष घर आ गया था। इसके बाद बहन को विदा कर ड्यूटी पर लौटा दिया।

माइनस 40 डिग्री में बर्फीले पहाड़ों पर ड्यूटी कर रहा था

मनीष ने साल 2019 में ही फौज ज्वाइन कर ली थी। वह मराठा रेजीमेंट में था और लेह लद्याख में डयूटी कर रहा था। बताया जा रहा है कि लेह मैसेज में जहां रेंज पर लुक की दोबारा होती है, वहां ऑक्सीजन की काफी कमी है। ठंड के मौसम में तापमान माइनस 40 डिग्री तक पहुंच जाता है। मनीष भी इन कुछ सील्स के साथ बर्फीली पहाड़ी पर ड्यूटी कर रहे थे। इसी दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई। सांस लेने में तकलीफ होने लगी।

कल गांव पहुंचेगा शहीद का शव

मनीष के दोस्तों का बयान है कि पढ़ाई के समय से ही वह समाज और देश सेवा की ही बात करता रहता था। इसी बीच वह सेना में शामिल हो गया। उनके बचपन से ही देश भक्ति का जज्बा था। जवान के शव के पहुंचने के बाद सम्मान से उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी। गुरूवार को गांव में मंडी मेला लगा था। जवान के शहीद होने की खबर ही मिली, गांव में मीटिंग कर फेयर कैंसिल कर दिया।



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