Bilaspur News: दुख के नाम पर किसानों की जेब पर डाल रहे हैं
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प्रकाशन तिथि: | गुरु, 29 दिसंबर 2022 04:41 अपराह्न (IST)
बिलासपुर समाचार: बिलासपुर(नई दुनिया के प्रतिनिधि)। समर्थन में दोष में हो रही धान की बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। सूखे के नाम पर किसानों की जेब में दस्तावेज डालने का कार्य समिति के अधिकारी और कर्मचारी कर रहे हैं। प्रति बोरा लदान से दो किलोग्राम अतिरिक्त धान का भुगतान किया जा रहा है। किसानों को इस बात की जानकारी तो है पर धान जल्दी बेचने की मजबूरी के कारण वे चुप रह जाते हैं। गुरुवार को मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक डा कृष्णमूर्ति बांधी महमंदर केंद्र का औचक दृश्य देखा। इस दौरान फड़ में तौले कर रखे धान के बारदान के रिटर्न वजन का हिसाब तो प्रति बोरा लदान से दो किलोग्राम धान ज्यादा मिला।
सुखत के नाम पर दोषियों के प्रति दो किलोग्राम धान के अतिरिक्त भुगतान की लगातार टैगिंग मिल रही है। मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के हमलावरों में इस तरह की शिकायत मिलने पर गुस्रवार को विधायक डा बांधी ने कृषि उपज लेने के अधिकारियों को इस संबंध में जानकारी दी। उनके साथ बाजार निरीक्षक महमंद समिति पहुंचे। समिति में पर्यवेक्षक की मौजूदगी में तौले गए पहले से रखे गए धान की रिपोर्ट किए गए। सभी अमूमन बोरों में दो किलोग्राम या इससे अधिक अतिरिक्त धान पाया गया। सुखत के नाम पर अपराध करने वालों में लाखाएं का न्याय किया जा रहा है। महमंद समिति में अब तक 10 हजार क्विंटल धान की पेशकश की गई है।
प्रति दो किलोग्राम अतिरिक्त धान के सौ के होश से लाख रुपये का वारा नायरा कर दिया गया है। गड़बड़ी सामने आने के बाद विधायक डा बांधी ने जिला विपणन संघ के अधिकारियों को महमंद समिति द्वारा पसंद की गई धान की जांच करने के लिए किसानों की वरीयता का निर्देश जारी किया है। अवलोकन के दौरान विधायक डा बांधी के साथ कृषि उपज बाजार के पर्यवेक्षक के अलावा समिति के जिम्मेदार, विधायक प्रतिनिधि बीपी सिंह, महमंद धान, मार्केट निगरानी समिति के सदस्य अशोक साहू, मनोज सिंह ठाकुर, चंद्रप्रकाश सूर्या, दीपक साहू, नारद रजक, कुलदीप रजक , माधव साहू सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता व किसानों की उपस्थिति रही।
राज्य शासन की सूचनाओं पर गौर करें तो एक बारदाने में 40 किलो ग्राम धान तौला जाता है। धान के गीले होने का रंग प्रति किलोग्राम दो किलोग्राम अतिरिक्त धान का वजन किया जा रहा है। मसलन एक क्विंटल धान के तौल में किसानों को पांच किलोग्राम धान अतिरिक्त खप रहा है। सोखत के कारण होने वाले शॉट के चक्कर में अतिरिक्त धान लेने की बात कही जा रही है। इससे किसानों को नुकसान हो रहा है। धान के दौरान सबसे ज्यादा दुख के नाम पर अतिरिक्त धान की कीमत का मामला विधानसभा में गूंजेगा। इससे किसानों को नुकसान हो रहा है। शार्टेज के अभियुक्तों में अतिरिक्त धान तौल के पाखंड लाखों सर्पये का खेल हो रहा है। विधानसभा में ज्वाइंट को लेकर एक से अधिक प्रश्न पूछे गए हैं।
के द्वारा प्रकाशित किया गया: योगेश्वर शर्मा
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