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Bilaspur News: कस्टम मिलिंग का चावल जमा करने से राइस मिलरों को राहत मिली है

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प्रकाशन तिथि: | बुध, 28 दिसंबर 2022 12:40 अपराह्न (IST)

बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद खाद्य विभाग कस्टम मिलिंग के तहत चावल जमा करने के लिए राइस मिलरों को 15 दिन की मोहलत दी जाती है। खाद्य विभाग ने जारी आदेश में उच्च न्यायालय के निर्देश का हवाला दिया है। राज्य शासन ने प्रदेश के कलेक्टर को पत्र लिखकर हाई कोर्ट ने निदेशों का ग्रैब्रिट से पालन करने का दावा किया है।

राज्य शासन ने जारी पत्र में कहा है कि भारत सरकार द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के लिए धान की कस्टम मिलिंग एवं चावल जमा करने की अवधि 30 नवंबर तक वृद्धि करने की अनुमति दी गई थी। कृत का 0.24 लाख टन चावल जमा होना शेष है। कुछ कस्टम मिलरों ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। इसमें से अधिकांश प्रकरणों में उच्च न्यायालय आदेश ने विपणन संघ को पारित करते हुए, मुख्यालय को याचिकाकर्ता से सागर के लिए शेष चावल को पांच दिनों के भीतर सागर में निर्देशित किया गया है।

उनके उच्च न्यायालय द्वारा फैसलों के परिपालन के दृष्टिकोण से खरीफ वर्ष 2021-22 में शेष चावल, संबंधित मिलरों से सागर के संबंध में खरीफ वर्ष 2021-22 में वृद्धि की मांग की गई है। उपयुक्त संदर्भ को ध्यान में रखते हुए खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में कस्टम मिलिंग के लिए धान उठाने वाले मिलरों के संबंध में प्रत्यक्ष कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

ऐसे प्रकरणों में खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में कस्टम मिलिंग अनुबंध के दावे के विलंब से चावल जमा करने के लिए अधिग्रहित जुर्माना शुल्क सहित (अनुबंध की कंडिका 11.3 अनुसार) शेष चावल जमा करने के लिए इस पत्र के जारी होने के 15 दिन की समयावधि प्रदान की जाती है। इस समयावधि में ऐसे मामले भी शामिल माने जाएंगे जिनमें उच्च न्यायालय के प्रकरणों में मिलर्स को खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में शेष चावल जमा करने के लिए पांच दिन की समयावधि प्रदान की गई है।

मिलरो को मिलेगी राहत

जिन मिलरों द्वारा शेष चावल जमा नहीं किया गया है एवं उनकी प्रतिभूतियों को समायोजित किया गया है अन्य शेष चावल राशियों को सागर कर दिया गया है। ऐसे मिलर द्वारा उक्त समयावधि के भीतर अपना शेष चावल जमा का विकल्प उपलब्ध होगा। उचित चावल का उपयोग राज्य पूल में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में पहले: किया गया या कहीं खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 के उपार्जन लक्ष्य में संशोधन

किया जा सकता है। ऐसा सच मिलर खरीफ मार्केटिंग ईयर 2021-22 का हिस्सा लाट सागर करने के लिए बाकी है।

इन मिलरों से अगले साल का लाइट कॉन्ट्रैक्ट होगा

खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 का संपूर्ण परिणाम चावल द्वारा दी गई समयावधि में बढ़ा हुआ है।

के द्वारा प्रकाशित किया गया: मनोज कुमार तिवारी

नईदुनिया लोकल
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