माताओं और बहनों की सुरक्षा में नाकाम राज्य सरकार, एक वर्ष में एक हजार से अधिक महिलाओं से अनाचार और 12 हजार से अधिक लापता : भावना बोहरा
छत्तीसगढ़ में महिलाओं के साथ बढ़ते अपराध व हिंसा को लेकर भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री और कबीरधाम जिला पंचायत की सभापति भावना बोहरा ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा की रोजाना प्रदेश में महिलाओं से हिंसा,अपराध,अनाचार और हत्या जैसे मामले दिनों दिन बढ़ते जा रहें हैं। महिलाओं से हिंसा की खबरे रोजाना ख़बरों की सुर्ख़ियों में देखने व सुनने को मिल रही है और राज्य सरकार व प्रशासन की उदासीनता के कारण यह घटनाएँ लगातार बढ़ती ही जा रहीं हैं जो की चिंतनीय है।
भावना बोहरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार आने के बाद से लगातार महिलाओं के साथ उत्पीड़न, हिंसा, अपराध व अनाचार बढ़ते जा रहें हैं। महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने में राज्य सरकार और प्रशासन पूरी तरह विफल साबित हो रही है। अपराधियों के ऊपर सख्त कार्रवाई करने की बजाय राज्य सरकार और प्रशासन उन्हें संरक्षण देने का कार्य कर रही हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की अधिकारिक वेब साईट में दर्ज आंकड़ों के आधार पर विगत एक वर्षों में राज्य मंज एक हजार से अधिक महिलाएं अनाचार का शिकार हुई हैं तो वहीं 12 हजार से अधिक लापता हैं जिनमें 12 वर्ष से कम से लेकर 18 वर्ष से अधिक की बहनें और माताएं शामिल हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एन.सी.आर.बी.) द्वारा अपने अधिकारिक वेबसाइट में जारी आंकड़े महिला सुरक्षा के प्रति बड़े-बड़े वादे करने वाली छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की नाकामी और विफलता को दर्शाता है।
भावना बोहरा ने कहा कि इन सभी आंकड़ों के आधार पर यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा की आज राज्य में महिलाएं असुरक्षित हैं। हाल ही में कुछ दिन पूर्व रायपुर के माना बाल आश्रम में एक 14 वर्षीय किशोरी से गैंग रेप हुआ जिसे अधिकारियों ने राज्य सरकार की नाकामी को छुपाने के लिए दबाने का प्रयास किया गया। इस मामले से यह साफ़ हो गया है की राज्य सरकार और प्रशासन अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रही है। चुनाव के पूर्व छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने महिलाओं को लेकर बड़े-बड़े वादे किये थे। हाथ में गंगाजल लेकर पूर्ण शराबबंदी करने का वादा, महिला स्वसहायता समूहों का कर्जा माफ़, एक हजार रुपए विधवा पेंशन और प्रत्येक पुलिस स्टेशन में विशेष महिला सेल की स्थापना करने का वादा किया था।
लेकिन एक भी वादा उन्होंने पूरा नहीं किया इसके विपरीत महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं से रेडी टू ईट का कार्य छिनकर उन्हें बेरोजगार कर दिया, पीएम आवास योजना के तहत 8 लाख से अधिक परिवारों से उनके आवास को छिनने का काम किया गया। वर्तमान समय में जिस प्रकार छत्तीसगढ़ में महिलाओं के साथ अन्याय, अत्याचार, हिंसा और अपराध में वृद्धि हो रही है वह चिंतनीय है, रोजाना सैकड़ों महिलाएं हिंसा का शिकार हो रही हैं जिससे राज्य सरकार और प्रशासन पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा होता है। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है और न ही अपने वादे के अनुरूप राज्य सरकार उन्हें 2500 रुपए बेरोजगारी भत्ता दे रही है। छत्तीसगढ़ में जंगलराज चल रहा है, लेकिन अब जनता कांग्रेस सरकार के कुशासन को पहचान गई है। 11 नवम्बर को राज्य सरकार की इसी वादाखिलाफ और महिला विरोधी नीतियों के खिलाफ भाजपा महिला मोर्चा द्वारा महतारी हुँकार रैली का आयोजन किया गया है जिसमें प्रदेश भर से महिलाएं अपने अधिकारों के लिए हुंकार भरेंगी और कुंभकर्णीय नींद में सोई सरकार को अपने वादों को याद दिलाने के लिए शंखनाद करेंगी।