छग में ड्रग माफिया से लेकर सटोरिये जुआरी से लेकर अपराधी तक बेखौफ

रायपुर: राजधानी से लेकर तमाम बड़े शहरों में अपराध और अवैध कारोबार करने वाले सक्रिय हैं। अभियान चलाने के नाम पर छोटे अपराधियों और अवैध धंधों की छोटी मछलियों को ही पकड़ कर पुलिस अपराधियों, जुआरियों, सटोरियों को पकडऩे का दिखावा करती है। छत्तीसगढ़ सरकार को भी अपराधियों, हिस्ट्रीशीटर्स और ड्रग व सट्टा माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उनके प्रापर्टी सीज करने के साथ अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चलाने की कार्रवाई करनी चाहिए। जसेरि रिपोर्टर रायपुर। प्रदेश में प्रतिबंध के बाद भी नशे की सप्लाई थमने का नाम नहीं ले रही। फिर एक बार गांजे और नशीली टैबलेट की खेप मिली है। पिछली कई बार की तरह इस बार भी ये खेप ओडिशा से छत्तीसगढ़ लाए जाने के सबूत मिले हैं। ओडिशा से हो रही इस तरह की कई बार वारदातें सामने आई हैं। प्रदेश की पुलिस ने ओडिशा पुलिस से इस पर ष्ठत्रक्क स्तर पर बात भी की मगर ये सिलसिला नहीं थम रहा। मामला रायपुर रेलवे स्टेशन का है। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर 5 और 6 पर दो संदिग्ध युवकों की मौजूदगी का इनपुट पुलिस को मिला। टीम ने जाकर जांच की दोनों युवक घबरा गए। टीम ने इन्हें पकड़ लिया, पूछताछ में गोलमोल जवाब देने लगे। उनके बैग की जांच की गई, तो दोनों युवकों के ट्राली बैग में कुल 38 किलो गांजा मिला। इस गांजे की कीमत 3 लाख 80 हजार आंकी गई है। इन युवकों ने अपना नाम शंकर मंडल और प्रशांत हरिजन बताया 26 और 22 साल के ये लड़के जिला कोरापुट ओडिशा के रहने वाले हैं। सारनाथ एक्सप्रेस से शंकरगढ़ उत्तरप्रदेश जाने की ताक में थे। अब पुलिस इनसे इनके नेटवर्क के बारे में पूछताछ कर रही है।