पंडरीपानी में 15 किमी सड़क उखड़ी, आठ से अधिक गाँव के लोगों को हो रही परेशानी
गांव पहुंचने वाली पंडरीपानी सड़क की हालत खराब हो चुकी है। सड़क पर डामर की परत पूरी तरह से उखड़ चुकी है। गिट्टियां बाहर निकल आई है, जिसके चलते क्षेत्र के 8 से अधिक गांव के लोग प्रभावित हैं। इन गांवों के लिए बसों का आवागमन भी बंद हो गया है। पंडरीपानी गांव के बसाहट ब्लॉक मुख्यालय पंडरिया से करीब 49 किलोमीटर दूर है। करीब 8-9 साल पहले गांव तक पहुंचने के लिए 15 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई गई थी। प्रधानमंत्री योजना के तहत बनी यह सड़क पूरी तरह से खराब हो गई है। ग्राम बदना तक ही सड़क की स्थिति कुछ ठीक है। इसके बाद ग्राम बदना से पंडरीपानी तक सड़क में डामर ही नहीं है।
इसी खराब रास्ते से होकर ग्राम भुरभुसपानी, मंझगांव, गभोडा, पंडरीपानी व अन्य गांवों के लोग ब्लाक मुख्यालय आना-जाना करते हैं। 15 किलोमीटर की सड़क ऊंची पहाड़ियों पर है, जो कई जगहों पर पानी के बहाव से बह गई है। भूरभुसपानी के ऊपर घाटी में कहीं डामर दिखाई नहीं देता है। दोपहिया वाहन से सफर जोखिम भरा इस बदहाल सड़क पर दोपहिया वाहन से सफर करना खतरनाक हो गया है। ग्राम मंझगांव के मोहन बैगा ने बताया कि ब्लॉक मुख्यालय जाने में परेशानी होती है। उन्होंने बताया कि सड़क में कहीं डामर नहीं है। पहाड़ी रास्ते पर गड्ढे हैं और गिट्टियां बिखरी रहती है।
ब्लॉक मुख्यालय से पंडरीपानी जाने के लिए बसें चलती है। खराब सड़क के कारण पिछले दो महीने से बसों का संचालन बंद है। कुछेक सप्ताह पहले पुन: बसें चलना शुरू हुई थी। लेकिन बारिश के बाद सड़क पर गड्ढों में पानी भर जाने से सफर सुरक्षित नहीं रह गया है। विभागीय अफसरों की मानें, तो इस 15 किमी सड़क के निर्माण के लिए 3.51 करोड़ रुपए स्वीकृत हो चुका है, लेकिन अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।