सर्वर में खराबी: हितग्राहियों की बढ़ी परेशानी
कवर्धा: ई-पॉस मशीन के माध्यम से हितग्राहियों को राशन का वितरण करने नया सिस्टम लागू किया गया है. लेकिन वर्तमान में सर्वर खराब होने से मशीन ठीक से काम नहीं कर रही है। हितग्राहियों को राशन के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। जिले के वनांचल क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या होने से यह परेशानी बढ़ गई है। इस बीच लोगों व राशन दुकान के कर्मचारी के साथ विवाद की स्थिति बन रही है।
इन समस्या को देखते हुए राशन विक्रेता संघ ने कलेक्टर व खाद्य विभाग में ज्ञापन सौंपा है। विक्रेता संघ के बिशेन, अशोक, शिव कुमार ने बताया कि वर्तमान में ई-पॉस मशीन वर्जन 1.2 द्वारा राशन वितरण कार्य ऑनलाइन किया जा रहा। यह अत्यंत ही धीमा व पूर्ण रूप से बंद होने के कारण वितरण व्यवस्था बाधित हो रही है, जिससे विक्रेताओं को समस्या से जूझना पड़ रहा है।
सर्वर के चक्कर में प्रत्येक उपभोक्ता का फिंगरप्रिंट दो बार से अधिक लेना पड़ रहा है, जबकि इसके पूर्व सिर्फ एक बार लिया जाता था। इसके कारण दुकानदारों व उपभोक्ताओं के मध्य विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। क्योंकि दोबारा फिंगरप्रिंट से समय दुगुना लगता है। जिले में करीब 400 से अधिक राशन दुकान है। इन दुकानों में राशन लेने लगभग 2.50 लाख राशनकार्डधारी आते है।विक्रेता संघ के अनुसार सर्वर की दिक्कत के कारण प्रतिदिन समय बर्बाद हो रहा है। एक-एक हितग्राही को आधा-आधा घंटा लग रहा है। जब से ई-पॉश मशीन आई है, तब से हर माह कुछ न कुछ समस्या लगी रहती है। कई बार हितग्राही लड़ाई-झगड़े पर उतर जाते हैं, समस्या का समाधान किया जाए। कलेक्टर ने संबंधित विभाग से चर्चा कर समस्या दूर कराने आश्वासन दिया है।
जिले के सभी राशन दुकानों का ई-पॉस मशीन का साॅफ्टवेयर अपडेट किया गया। इसके चलते सभी दुकानदार के साथ हितग्राहियों की समस्या बढ़ गई है। कई बार सर्वर स्लो होने के फिंगर मैच नहीं हो रहा है। सुबह 10 बजे के बाद सर्वर की समस्या शुरू होती है। जिले के सभी दुकानों में एक साथ भीड़ जुट जाती है, जिसके कारण सर्वर की परेशानी होती है। दूसरी ओर इस समस्या का समाधान जिला स्तर पर भी संभव नहीं है। क्योंकि इसे राज्य स्तर पर ऑपरेट किया जाता है।
राशन विक्रेता संघ के सदस्यों ने बताया कि वर्ष 2021-21 में धान खरीदी के लिए बारदाना लिया गया था। जिले के सभी शासकीय उचित मूल्य दुकानों से जिला विपणन कार्यालय द्वारा बारदाने का उठाव किया जाता है। अभी तक वर्ष 2020-21 की बारदाने की राशि का नहीं मिली है। प्रदेश में वर्ष 2020-21 की राशि दे दी गई है। कबीरधाम में यह राशि नहीं दिए हैं।