छत्तीसगढ़ स्पेशलबिलासपुर जिला

नन्ही इंटरनेशनल एक्टिविस्ट लिसीप्रिया , हसदेव बचाओ आंदोलन में हुई शामिल

बिलासपुर: नन्ही इंटरनेशनल एक्टिविस्ट लिसीप्रिया कंगुजम छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में हसदेव बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले चल रहे आंदोलन में हिस्सा लेने बिलासपुर पहुंची हैं। उन्होंने कहा कि, अब राज्य और केंद्र सरकार के झूठे वादों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पेड़ और जंगल को बचाने की इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाना होगा। इसके लिए जन समर्थन मिल रहा है, और इसके बदौलत सरकार को झुकना पड़ेगा।

तिलक नगर स्थित कोन्हेर गार्डन में हसदेव बचाओ समिति की रैली शुरू होने से पहले लिसीप्रिया कंगुजम ने बताया कि आंदोलनकारियों के पास जन समर्थन है, जिसका समर्थन करने वे बिलासपुर आई हैं। लिसीप्रिया कहतीं हैं कि, भविष्य में जंगल और पेड़ नहीं रहेंगे तो हम जिंदा कैसे रह सकेंगे। पर्यावरण को लेकर उन्होंने कहा कि, यदि जंगल को काट दिया जाएगा तो मानव जाति का जीवन कैसे बचेगा। जंगलों से हमें ऑक्सीजन, पानी और जीवन जीने के लिए वो सब कुछ मिलता है, जिससे जिंदगी चलती है। जंगलों को काट कर पूरी धरती को खत्म किया जा रहा है, जिसकी खिलाफत कर वह लड़ाई लड़ रही हैं।जानवर वहां रहते हैं। जंगल से दवाइयां मिलती है, अगर जंगल काट दिए जाएंगे तो वो कहां रहेंगे। फैक्ट्रियों में जिंदगी नहीं बनती. जिंदगी पर्यावरण और प्रकृति में है। इसे बर्बाद होने से बचाना है।

हसदेव के जंगल को बचाने के लिए बिलासपुर में 154 दिन से धरना प्रदर्शन चल रहा है। रैली कोन्हेर गार्डन से शुरू होकर बृहस्पतिबाजार, देवकीनंदन चौक, सदरबाजार, गोलबाजार होते हुए लालबहादुर शास्त्री स्कूल होते हुए रिवर व्यू रोड पहुंची। इसके बाद प्रताप चौक होते हुए वापस कोन्हेर गार्डन पहुंची, जहां सभा का भी आयोजन किया गया।

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