कवर्धा : “सखी” वन स्टॉप सेंटर में रिक्त पद होने से पीड़ित महिलाओं व बालिकाओं को भटकना पड़ रहा है
महिला बाल विकास “सखी” वन स्टॉप में कुल 3 पद खाली
पीड़ित व संकटग्रस्त महिला को एक ही छत के नीचे एकीकृत की सुविधा व सहायता से वंचित क्यो
कवर्धा । कबीरधाम जिले के सखी वन स्टॉप सेंटर कई महीनों से रिक्त पद के कारण महिलाओं व बालिकाओं की न्याय व्यवस्था में कमी आ रही है,पीड़ित महिला और बालिकाओं आवेदक को भटकना पड़ता हैं लम्बे समय से पद रिक्त होने के कारण न्याय व्यवस्था चरमरा गई है।
उपरोक्त स्थिति को देखते हुए महिलाओं को एकीकृत रूप से सहायता उपलब्ध कराने के लिए भारत शासन, महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्रालय द्वारा राज्य सरकार की सहायता से प्रदेश के प्रत्येक जिले में वन स्टॉप सेंटर संचालन की स्वीकृति दी गई है। वन स्टॉप सेंटर में सभी वर्ग की महिलाओं (18 वर्ष से कम उम्र की बालिकाएं भी सम्मिलित है) को सलाह, सहायता, मार्गदर्शन एवं संरक्षण प्रदाय किया जायेगा केंद सरकार की भूमिका रही है कि हर सम्भव पीड़ित महिलाओं व बालिकाओं को न्याय मिले।
कबीरधाम जिला महिला बाल विकास में “सखी” वन स्टॉप सेंटर के सम्बंध में जिलाधिकारी आनंद तिवारी से मोबाइल फोन पर इस सम्बंध में चर्चा करने पर बताया गया कि केश वर्कर के 2 पद और आई टी वर्कर के 1 पद खाली है पूर्व में 1पद का प्रमोशन केंद्र प्रशासक पद पर हुआ है,कुल अभी की स्थिति में 3 पद खाली है
केन्द्र सरकार का उद्देश्य – घर के भीतर अथवा बाहर किसी भी रूप में पीड़ित व संकटग्रस्त महिला को एक ही छत के नीचे एकीकृत रूप से सभी प्रकार की सुविधा व सहायता उपलब्ध कराना । किसी भी रूप से पीड़ित महिलाओं / बालिकाओं को आवश्यकता अनुसार सभी प्रकार की आपातकालीन सुविधा तत्काल उपलब्ध कराना । अन्य श्रेणी की जरूरतमंद महिलाओं को चिकित्सा, विधिक सहायता, मनौवैज्ञानिक सलाह, मनोचिकित्सा, परामर्श सुविधा एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराना।