धूमधाम से मनेगा दशहरा: बुराई पर अच्छाई की जीत, अधर्म पर धर्म की जीत
बिलासपुर: कांग्रेस में गुटबाजी के चलते सत्तापक्ष के विधायक को मुख्य अतिथि बनाने में निगम प्रशासन पीछे हट गया था। दशहरा उत्सव मनाने के एक दिन पहले तय किया गया कि कांग्रेस नेताओं की आपसी गुटबाजी हावी न हो इसलिए अब सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्ष के भी जनप्रतिनिधियों को अतिथि बनाया जाए और सभी को बुलाकर शाम 6 बजे रावण दहन किया जाए।
भाजपा ने राज्य शासन और नगर निगम को घेरते हुए पुलिस ग्राउंड में दशहरा उत्सव मनाने की पुरानी परंपरा को जारी रखने की मांग कर दी। नगर निगम के पास पैसों की कमी है तो भाजपा जनसहयोग से यह आयोजन करने के लिए तैयार है। वहीं, शहर के अरपा अपर्ण महाभियान समिति सहित अन्य सामाजिक संगठनों ने भी नेताओं के सहयोग के बिना प्रशासन के साथ मिलकर पुलिस ग्राउंड में दशहरा उत्सव मनाने की पहल शुरू कर दी थी।
दशहरा उत्सव मनाने की परंपरा को कायम रखने के लिए शहर विधायक शैलेष पांडेय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की। शहर में रावण दहन की पॉलिटिक्स CM बघेल तक पहुंची, तब उन्होंने कलेक्टर सौरभ कुमार को 28 साल पुरानी परंपरा को बंद नहीं करने के निर्देश दिए। इसके बाद नगर निगम प्रशासन ने दशहरा उत्सव मनाने की तैयारी शुरू कर दी।
नेता मिलकर करेंगे रावण दहन
नगर निगम ने दशहरा उत्सव मनाने की तैयारी तो शुरू कर दी थी। लेकिन, इस कार्यक्रम में रावण दहन के लिए मुख्य अतिथि बनाने को लेकर संशय की स्थिति बनी रही। इसमें भी कांग्रेस की आपसी गुटबाजी हावी रहा। साल 1995 में नगर निगम की MIC ने पास किया था कि रावण दहन शहर विधायक करेंगे और मेयर इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। लेकिन, कांग्रेस की गुटबाजी को देखते हुए जिला प्रशासन ने इस फैसले को बदल दिया है। झंझट से बचने के लिए नगर निगम ने भाजपा और कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों को अतिथि बना दिया है। अब सभी नेता मिलकर रावण दहन करेंगे।
नगर निगम ने इन्हें बनाया अतिथि
सांसद और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, संसदीय सचिव डॉ. रश्मि सिंह, मेयर रामशरण यादव, शहर विधायक शैलेष पांडेय, अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर, पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रमोद नायक, सभापति (नगर निगम) शेख नजीरुद्दीन, नेता प्रतिपक्ष (नगर निगम) अशोक विधानी, मछुआ कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र धीवर, योग आयोग के सदस्य रवींद्र सिंह को अतिथि बनाया है।
अब भाजपा नेताओं ने इस आयोजन में अतिथि बनाने को लेकर नगर निगम प्रशासन पर आरोप लगाया है। कांग्रेस की आपसी गुटबाजी में सांसद और नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष को अतिथि बना दिया गया है। जिस तरह से नगर निगम प्रशासन ने कांग्रेस के सभी जनप्रतिनिधियों को अतिथि बनाया है। उसी तरह से जिले के निर्वाचित विधायक धरमलाल कौशिक, बेलतरा विधायक रजनीश सिंह, मस्तूरी विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी को भी अतिथि बनाया जाना चाहिए था।