गरबा की प्रैक्टिस कर रहीं युवतियां: करीब 500 लोगों के गरबा करने की व्यवस्था की गई है।
कवर्धा: वीर सावरकर भवन में चौकड़ी के साथ पैर की थिरकन व ताली का मिलाप। उल्टा घूमकर छकड़ी ताल में पांव व हाथों का तालमेल। जहां इन दिनों युवतियां गरबा रिहर्सल कर रही हैंं। नवरात्रि की पंचमी से सरदार पटेल मैदान में 5 दिवसीय रास गरबा महोत्सव शुरू होने वाला है। इसलिए अभ्यास किया जा रहा है।
नवरात्रि पर मां दुर्गा की पूजा के साथ सांस्कृतिक उत्साह के तौर पर गरबा और डांडिया का विशेष महत्व है। सामूहिक तौर पर किए जाने वाले इस नृत्य को लेकर युवतियों में खासा उत्साह दिख रहा है। वीर सावरकर भवन में युवतियां सामूहिक नृत्य का रिहर्सल कर रही हैं। वर्ष भी पंडाल में पारंपरिक परिधान व धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए पारिवारिक माहौल में गरबा आयोजित किया जा रहा है।
रोज अलग थीम पर पटेल मैदान में होगा गरबा
सरदार पटेल मैदान हर दिन अलग-अलग थीम पर गरबा होगा। पहले दिन सभी प्रतिभागी पारंपरिक वेशभूषा में रहेंगे। दूसरे दिन 1 अक्टूबर को पारंपरिक गुजराती ड्रेस, 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर देशभक्ति कांटेस्ट रहेगा। 3 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ी वेशभूषा में गरबा नृत्य होगा। आयोजन में भक्ति गीतों सहित छत्तीसगढ़ी व हिंदी गीत गूंजेंगे।
काेरोना के कारण पिछले 2 साल से गरबा नहीं हो पाया था। अब कबीरधाम संक्रमण मुक्त जिला है। दो साल ब्रेक के बाद होने वाले इस गरबा को लेकर उत्साह भी दोगुना हो गया है। आयोजन स्थल पर करीब 500 लोगों के गरबा करने की व्यवस्था की गई है। आयोजन में हिस्सा लेने वाले युवा-युवतियां गरबा के लिए खास तौर पर बाजार में ड्रेस खरीदारी करने पहुंच रही है। इसे लेकर खासा उत्साह है।