दुर्ग: बिजली बिल के नाम पर स्कैम करने वाले कुख्यात जामताड़ा गिरोह का पर्दाफाश:

पुलिस अधीक्षक दुर्ग के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में मिली टीम को सफलता।
टीम द्वारा जामताड़ा में लगातार 05 दिनों तक रोड़ ठेकेदार बनकर खुफिया तरीके से रैकी करने
पर मिली सफलता।
आरोपी देश के अलग-अलग राज्यों के लोगों को बना चुका है शिकार।
मामले में 0। आरोपी गिरफ्तार एवं अन्य 03 आरोपी फरार।
घटना में प्रयुक्त 02 नग एण्ड्रायड मोबाईल व सिम कार्ड, 0। नग लैपटॉप, 02 नग की-पेड
मोबाईल फोन एवं 35 हज़ार 5 सौ रूपये नगद बरामद।
आरोपियों के बैंक खाते किये गये सील ।
एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग एवं थाना भिलाई नगर, थाना सुपेला, चौकी स्मृति नगर की
संयुक्त कार्यवाही।
सुपेला भिलाई ने चौकी स्मृतिनगर थाना सुपेला में दिनांक 4.07.2022 को रिपोर्ट दर्ज करायी कि दिनांक
40.07.2022 को मेरे मोबाईल नम्बर पर एक अज्ञात व्यक्ति के मोबाईल नम्बर से व्हाट्सअप मैसेज आया
कि आप का बिजली कनेक्शन काट दिया जायेगा बिजली बिल जमा नहीं हुआ है। यदि बिजली कनेक्शन कटने
से रोकना चाहते हैः तो हमारे द्वारा दिये गये बिजली विभाग के मोबाईल नम्बर पर अधिकारी से बात करें।
तब प्रार्थी के द्वारा व्हाट्सअप पर भेजे गये मोबाईल नम्बर पर सम्पर्क करने पर अपने आप को बिजली
विभाग का कर्मचारी बताते हुये बिजली कनेक्शन काटने से रोकने हेतु अपने वरिष्ठ अधिकारी से बात करने
को बोलकर एक नया मोबाईल नम्बर दिया गया जिस पर प्रार्थी के द्वारा सम्पर्क करने पर उसके द्वारा 0णंलः
50970/ नामक एप्लीकेशन डाउनलोड कराया गया, जिससे प्रार्थी के बैंक खाते से ।48 हज़ार ३ सौ रूपये कट गया
है। अज्ञात आरोपी के द्वारा प्रार्थी के बिजली कनेक्शन कट जाने का झांसा देकर धोखाधड़ी किया गया है कि
रिपोर्ट पर चौकी स्मृति नगर थाना सुपेला में अपराध क्रमांक 647/2022 धारा 420 भादवि का पंजीबद्ध कर
विवेचना में लिया गया।
उक्त घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय डॉ.अभिषेक पललव
(भापुसे) के द्वारा आरोपियों की शीघ्र पतासाजी कर गिरफ्तारी करने के संबंध में निर्देश प्राप्त हुए। जिसके
परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय ध्रुव (रापुसे), उप पुलिस अधीक्षक (क्राईम) नसर
सेद्धीकी (रापुसे) के मार्गदर्शन में एवं ए सी.सी.यू प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा तथा थाना प्रभारी निरीक्षक
रगेश शर्मा, थाना प्रभारी भिलाई ,नगर निरीक्षक राजेश साहू, चौकी स्मृतिनगर प्रभारी- उप निरीक्षक युवराज
शमुख के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया।
टीम द्वारा प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ कर आवश्यक जानकारी जुटाकर तकनीकी आधार पर
अज्ञात आरोपी के द्वारा घटना में इस्तेमाल किये गये मोबाईल नम्बरों का विश्लेषण किया गया। आरोपी द्वारा
रकम ट्रांसफर करने के लिये उपयोग में लाये गये बैंक खातों की विस्तृत जानकारी प्राप्त की गयी, जिसके
परिणाम स्वरूप कुछ और मोबाईल नम्बर बैंक खातों से रजिस्टर्ड होना पता चला। घटना में प्रयुक्त तकरीबन
सभी मोबाईल फोन घटना के बाद बंद हो चुके थे, किन्तु गहन तकनीकी विश्लेषण के परिणाम स्वरूप आरोपी
मोबाईल घारक की उपस्थिति झारखण्ड के जामताड़ा के आस-पास होना पता चला, जिससे एण्टी क्राईम एवं
सायबर युनिट एवं थानों की एक संयुक्त टीम सउनि शमित मिश्रा के नेतृत्व में सउनि बाबूलाल साहू चौकी
स्मृति नगर, सउनि सुरेन्द्र सिंह राजपूत थाना भिलाई नगर, एसीसीयू से प्र.आर.संतोष मिश्रा, आरक्षक शहबाज
खान, राकेश चौधरी, भावेश पटेल एवं आरक्षक सुशील चौधरी थाना भिलाई नगर की टीम को जामताड़ा रवाना
किया गया। टीम द्वारा जामताड़ा से 50 कि.मी. दूर पहाड़ी एवं दुर्गम क्षेत्र में अपना ठिकाना बनाकर आरोपी
की पतासाजी के प्रयास शुरू किये गये, क्योंकि जामताड़ा में बाहरी वाहन या व्यक्तियों की उपस्थिति पता चलने
पर आरोपी तक पहुँच पाना संभव नहीं था। टीम द्वारा अपने वाहन का नम्बर प्लेट बदलकर तथा अपनी
वेशभूषा को स्थानीय वेशभूषा के समान बनाकर पतासाजी व निगरानी की जा रही थी। इसी दौरान स्थानीय
स्तर पर जानकारी जुटाने पर आरोपी की पहचान मुकेश मण्डल पिता सुरेश मण्डल उम्र 27 वर्ष निवासी ग्राम
झिलुवा टोला, खरबनी थाना नारायणपुर जामताड़ा (झारखण्ड) के रूप में सुनिश्चित की जा सकी। आरोपी के
संबंध में अन्य विस्तृत जानकारी जुटाने पर पता चला कि आरोपी मुकेश मण्डल वर्ष 2020 में सायबर ठगी के
किसी मामले में पूर्व स्थानीय जामताड़ा पुलिस द्वारा पकड़कर जेल भेजा गया था। उक्त जानकारी के आधार
पर स्थानीय पुलिस से संपर्क कर आरोपी का फोटो प्राप्त किया गया। फोटो प्राप्त हो जाने के उपरांत टीम
द्वारा आरोपी की पतासाजी उसके आने-जाने के मार्गों, उठने-बैठने के स्थानों पर लगातार निगरानी रखी जा
रही थी। आरोपी के संबंध में यह भी जानकारी टीम को मिली थी कि वह प्रतिदिन एक मटन की दुकान पर
मटन खरीदने शाम के समय आता है। जिससे टीम मटन दुकान के पास स्थानीय ग्रामीण पहनावे में मौजूद
रहकर आरोपी पर नजर रखे हुये थी। इसी दौरान शाम करीब 05:30 बजे आरोपी एक काले रंग की पल्सर
मोटर सायकल में आया और मटन दुकान से मटन खरीदने लगा तभी आस-पास मौजूद टीम के सदस्यों द्वारा
घेराबंदी कर आरोपी मुकेश मण्डल को पकड़ा गया।
वारदात का तरीक
आरोपी प्रारंभिक पूछताछ पर गुमराह करता रहा परन्तु टीम द्वारा सघन एवं तथ्यात्मक
तकनीकी आधार पर पूछताछ करने पर आरोपी मुकेश मण्डल ने बताया कि वह कक्षा 9वीं तक पढ़ा है,
आस-पास के गांव के लोगों से सायबर ठगी का तरीका सीखकर, अपनी स्वयं की एक टीम बनाकर सायबर
ठगी का काम करता है। विस्तृत पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि वह अपने साथी अजय मण्डल, अक्षय उर्फ
पिन््टू मण्डल तथा रंजीत मण्डल के साथ मिलकर काम करता है। मुकेश मण्डल 6००९८ के कस्टमर केयर से
ए७/थ०ए७७ से संपर्क करके 2% नाम की एक ४79 ॥0 (८७८ कराता है और उससे मोबाईल नम्बरों का
डाटा खरीदता है ॥९४००फ०- द्वारा 7 हज़ार 5 हज़ार रूपये में 0,000 मोबाईल नम्बरों का डाटा उपलब्ध करा
दिया जाता है इसके बाद अजय मण्डल और अक्षय मण्डल बिजली विभाग का कर्मचारी व अधिकारी बनकर
मोबाईल फोन पर ७४/४७/६०४७ पर बिजली बिल बकाया होना, जमा नहीं करने पर बिजली कनेक्शन कट जाने
का मैसेज भेजते है और साथ ही बिजली कनेक्शन कटने से बचाने के लिये बिजली विभाग के कर्मचारी व
अधिकारी का सम्पर्क मोबाईल नम्बर देते है, जिस पर प्रार्थी के द्वारा फोन करने पर ७७७८६४०००५ नाम का
एक एप्लीकेशन प्रार्थी के मोबाईल पर डाउनलोड कराया जाता है और प्रार्थी के मोबाईल का एक्सेस आरोपियों
के द्वारा अपने मोबाईल फोन पर लेकर प्रार्थी के बैंक खातों से रकम अपने फर्जी ज्ञाम व पता से विभिन्न खा्तों में ट्रांसफर करा लिया जाता है। रंजीत मण्डल बैंक अकाउण्ट का प्रबंधन व संचालन करता है। ठगी की
रकम को आपस में बांट लेते है
आरोपी मुकेश मण्डल के द्वारा बताया गया ‘कि दिनांक 0.07.2022 को उसके द्वारा प्रार्थी
पुष्पेन्द्र गजेन्द्र के मोबाईल नम्बर पर बिजली बिल बकाया होना, जमा नहीं करने पर बिजली कनेक्शन कट
जाने का मैसेज भेजा गया था जिसमें बिजली कनेक्शन काटने से बचाने के लिये बिजली विभाग के कर्मचारी व
अधिकारी का सम्पर्क मोबाईल नम्बर भेजा गया था। जिस प प्रार्थी द्वारा फोन करने पर क्रमशः अजय मण्डल
अपने आप को बिजली विभाग का कर्मचारी बताते हुये अपने अधिकारी से बात कहकर मोबाईल नम्बर दिया
था। जिसमें प्रार्थी द्वारा फोन लगाने पर प्रार्थी के मोबाईल फोन पर 0७०६ $०७०॥ नामक एप्प डाउनलोड
कराया गया और प्राथी के खाते से 48हज़ार 3 सौ रूपये को कोटक महिन्द्रा बैंक एवं ‘शाश, 0क्षाग्रागा्ट 0 में
ट्रांसफर कर लिये थे। बाद में रंजीत मण्डल द्वारा बैंक में ट्रांसफर किये गये रकम को ,निकाल कर आपस में
बांट लिये थे। जिससे आरोपी मुकेश मण्डल की निशान देही पर उसके घर से घटना में प्रयुक्त 02 नग
एण्ड्रायड मोबाईल व सिम कार्ड, 0। नग लैपटॉप, 02 नग की-पेड मोबाईल फोन, 03 नग मोबाईल फोन के
खाली डिब्बे तथा ठगी गई रकम 35 हज़ार 5 सौ रू. बरामद कर जप्त किया गयों। प्रकरण के अन्य आरोपी अजय
मण्डल, अक्षय उर्फ पिन्टू मण्डल, रंजीत मण्डल की पतासाजी उनके निवास में दबिश देकर की गयी किन्तु
मुकेश मण्डल के पकड़े जाने की जानकारी मिलने के कारण उक्त आरोपी फरार हो ‘गये। फरार आरोपियों की
पतासाजी सायबर पुलिस स्टेशन जामताड़ा के सहयोग से की जा रही है। दिनांक 22.09.2022- को आरोपी
मुकेश मण्डल को जामताड़ा से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमाण्ड पर दुर्ग लाया गया। जिसे माननीय न्यायालय के
समक्ष प्रस्तुत कर पुलिस रिमाण्ड लिया गया है। प्रकरण में अग्रिम कार्यवाही चौकी स्मृतिनगर थाना सुपेला द्वारा
की जा रही है।
मामले में इनकी रही सराहनीय भूमिकाः-
सम्पूर्ण कार्यवाही में पुलिस अधीक्षक, दुर्ग के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड सायबर यूनिट दुर्ग
से सउनि शमित मिश्रा, प्र.आर.संतोष मिश्रा, चन्द्रशेखर बंजीर, आरक्षक शहबाज खान, राकेश चौधरी, भावेश
पटेल, विक्रांत यदु, जावेद खान एवं दिनेश विश्वकर्मा एवं चौकी स्मृति नगर से सउनि बाबूलाल साहू चौकी
स्मृति नगर, थाना भिलाई नगर से सउनि सुरेच्र सिंह राजपूत, आरक्षक सुशील चौधरी की उल्लेखनीय भूमिका
रही।
गिरफ्तार आरोपी:-
मुकेश मण्डल पिता सुरेश मण्डल उम्र 27 वर्ष निवासी ग्राम झिलुवा टोला, खरबनी थाना नारायणपुर जामताड़ा
(झारखण्ड)
फरार आरोपी :-
0.अजय मण्डल पिता देबू मण्डल उम्र 2 वर्ष ग्राम शेखपुरा नदियाचाक पोष्ट पटूटाजोरी जामताड़ा
02.अक्षय उर्फ पिन्टू मण्डल पिता केन्दर मण्डल उम्र 20 वर्ष ग्राम सियाटाण्ड पोष्ट कर्माटाण्ड जामताड़ा..,
03.रंजीत मण्डल पिता लेदा मण्डल उम्र 35 वर्ष ग्राम झिलुवा, खरबनी पोष्ट नारायणपुर जामताड़ा