आदिवासी विभाग से संचालित कन्या आश्रम में लापरवाही, कर रहे मनमानी:

आदिमजाति कल्याण विभाग से संचालित छात्रावास-आश्रमों में हो रही लापरवाही , पंडरिया ब्लाक के आदिवासी कन्या आश्रम कामठी से सामने आया है। आश्रम में शासन द्वारा चतुर्थ श्रेणी के 3 पद स्वीकृत हैं, जिसमें 2 नियमित कर्मचारी पदस्थ थे। फिर भी मौखिक रूप से 2 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी को नौकरी पर रख लिए हैं।
यदि रखना इतना ही जरुरी था, तो इनमें से एक को ही कलेक्टर दर पर कर्मचारी रखा जा सकता था। यहां पर स्वीकृत पद से एक कर्मचारी की अधिक भर्ती कर कलेक्टर दर पर भुगतान किया जा रहा है, जो की वित्तीय नियमों के विरुद्ध है। यह स्थिति केवल एक जगह की नहीं है, अन्य आश्रम या छात्रावासों में भी इसी तरह स्वीकृत पदों से ज्यादा लोगों को नौकरी पर रखा गया है।
आदिवासी कन्या आश्रम कामठी में चतुर्थ श्रेणी के 3 पद हैं। इस पर चैती बाई धुर्वे और केवल धुर्वे नियमित कर्मचारी है। उस पर भगवती और ममता को कलेक्टर दर पर रखा गया है। इसी तरह बालक आश्रम कुई में भी बीते कुछ माह से स्वीकृत 3 पद के विरुद्ध 4 कर्मचारियों काे रख वेतन निकाला जा रहा है।