जेवरा सिरसा क्षेत्र अंतर्गत इंटकवेल निर्माण कार्य पर पीएचई विभाग की लापरवाही/अनदेखी या फिर चल रहा है कोई बड़ा खेल… जानिये पूरा मामला…?


तहलका न्यूज दुर्ग// जेवरा सिरसा में इन दिनों वाटर फिल्टर प्लांट का निर्माण चल रहा रहा है, उमंग इन्फ्रा (बिहार) की एजेंसी व विभाग और ठेकेदार (बिहार) उक्त कार्य को अंजाम दे रही है, आरंभ से ही इस निर्माण में लापरवाही और घटिया निर्माण की बात सामने आ रही है, बड़ी-बड़ी कंपनियों द्वारा ठेका लेने के बाद आम जनता की मूलभूत जरूरत के लिए बनने वाले वाटर फिल्टर प्लांट के निर्माण में अनियमित इस कदर हावी है कि तकनीकी जानकार व्यक्ति महत्वपूर्ण कार्य निर्माण के समय उक्त स्थान पर कोई भी तकनीकी जानकार व्यक्ति मौजूद नहीं होता, वहीं ठेकेदार द्वारा लगातार नदी से रेत चोरी कर उक्त निर्माण किया जा रहा है, अगर ग्रामीणों की बात माने तो सुबह के समय उक्त ठेकेदार द्वारा नदी से अवैध रूप से रेत निकालकर इंटकवेल निर्माण कार्य में उपयोग करने एवं नदी से रेत निकाल कर बेचने की बात सामने आ रही है, इस बात में कितनी सच्चाई है या तो जांच का विषय है, परंतु हमारे पास ऐसे पर्याप्त प्रमाण है, इसमें यह स्पष्ट होता है कि इंटकवेल के निर्माण के लिए बिना अनुमति नदी से रेत का अवैध उतखनन किया जा रहा है, वहीं इंटकवेल में महत्वपूर्ण हिस्सा कालम के निर्माण की जिम्मेदारी भी स्थानीय मिस्त्रीयो द्वारा बिना किसी तकनीकी जानकारी के उपस्थिति में अमानक स्तर पर किया जा रहा है,
उक्त अमानक स्तर के निर्माण के बारे में जब कार्य के विभागीय इंजीनियर (PHE) विशाल गेड़ाम से बात की गई तो उन्होंने जानकारी दी कि वह दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण मेडिकल छुट्टी पर है, ऐसे में या अनुमान लगाना कोई बड़ी बात नहीं की ठेकेदार द्वारा इन बातों का पूरा फायदा उठाकर अमानक स्तर का निर्माण किया जा रहा है, अपनी कारगुजारियों को छुपाने एवं आने वाले समय में लीपा पोती भी की जाएगी, इस मामले की जानकारी पीएचई विभाग के एक जिम्मेदार अधिकारी को हमारे समाचार द्वारा उपलब्ध, प्रमाणों सहित दिए जाने पर आश्वासन मिला है कि उक्त मामले की जांच की जाएगी एवं अमानक निर्माण तथा अवैध रेत उत्खनन मामले पर ठेकेदार के ऊपर विधि संवत विभागीय कार्यवाही की जाएगी, देखना यह है कि जेवरा सिरसा में बन रहे इंटकवेल के अमानक और निम्न स्तरीय निर्माण पर विभाग के जिम्मेदार अधिकारी किस तरह कार्रवाई करते हैं…?