नाबालिक के साथ दुष्कर्म, चार लोग गिरफ्तार

प्रेमी ने नाबालिक के साथ किया दुष्कर्म , जिसका वीडियो बनाकर नाबालिक को करता था ब्लैकमेल
जिसके-जिसके हाथ वीडियो लगता रहा, वही बालिका को ब्लैकमेल कर शारीरिक शोषण करता रहा। पुलिस ने प्रेमी समेत चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया । आरोपियों ने मोबाइल से वीडियो डिलीट कर दिया था, जिसे रिकवर कराने लैब भेजा गया है।
14 अगस्त की रात एक बजे बालिका पानी में भीगती बस स्टेंड में परेशान खड़ी थी। पेट्रोलिंग पार्टी वहां पहुंची और पूछताछ की। डरी-सहमी बालिका ज्यादा कुछ बता नहीं पाई। उसे पुलिस ने सुरक्षा के साथ सखी वन स्टाप सेंटर पहुंचाया। रात भर रहने के बाद बालिका ने अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी। बालिका ने बताया जून माह में व्यासकोंगेरा निवासी बलराम उर्फ बबलू यादव (27) बिजली फिटिंग का कार्य करने आया था।
बबलू प्यार व शादी का झांसा देकर घुमाने के बहाने सिंगारभाट जंगलवार के पास एक निर्माणाधीन मकान में ले गया और दुष्कर्म किया। जान से मारने धमकी देकर उसे वापस घर लाकर छोड़ दिया। कुछ दिन बाद बबलू अपने दोस्तों को लेकर उसके घर पहुंचा। घूमाने के बहाने फिर उसी सूने मकान में ले गया। यहां उसके दोनों दोस्तों ने उससे दुष्कर्म किया। इस दौरान उदय नेताम ने शारीरिक संबंध बनाते हुए वीडियो बना लिया।
बसस्टैंड में छोड़कर भागे आरोपी
घटना के कुछ दिन बाद बालिका की उम्र 18 साल हो गई। उसका वर्तमान में एक अन्य युवक से प्रेम-प्रसंग चल रहा है। आरोपियों ने बालिका का उक्त वीडियो वायरल करते उसके वर्तमान प्रेमी को भी भेज दिया। उसने वीडियो डिलीट कर दिया। 14 अगस्त को बालिका उससे मिलने कांकेर आ रही थी। रास्ते से उक्त आरोपियों ने उसे अगवा कर लिया और सिंगारभाट के उसी मकान में ले जाकर दुष्कर्म कर रात में नया बसस्टैंड छोड़ फरार हो गए, जहां से उसे पुलिस ने सखी सेंटर भेजा।आरोपियों ने वीडियो के साथ ही बालिका का नंबर भी वायरल कर दिया था। जब बालिका सखी सेंटर में थी, तब उसके मोबाइल पर ऐसे लोगों के फोन आने लगे जिसमें आरोपी भी शामिल थे। मिलने के बहाने बुलाने का झांसा देकर उनका लोकेशन लेकर पुलिस ने सभी को पकड़ा। ऐसे कुल सात लाेगों को पकड़ा गया था लेकिन तीन के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिलने पर पूछताछ कर उन्हें छोड़ दिया गया।टीआई शरद दुबे ने बताया पीड़िता की शिकायत पर चार लोगों के खिलाफ दुष्कर्म, आईटी एक्ट, एससी-एसटी व पाक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जेल भेजा गया है। वहीं जब्त मोबाइल को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है।