रायपुर: छत्तीसगढ़ में बारिश के वितरण में भारी असमानता जशपुर| समेत 8 जिलों में अधिक बारिश|
प्रदेश में मानसून की बारिश का जिलों में असमान वितरण है। जशपुर, सरगुजा समेत राज्य के आठ जिलों में 26 से लेकर 62 फीसदी तक कम बारिश हुई है। मानसून का लगभग आधा महीना बीत गया है, लेकिन कुछ जिलों में बारिश की कमी से चिंता होने लगी है। इन जिलों की आठ तहसीलों में स्थिति और ज्यादा भयावह हो सकती है। यदि अगले कुछ दिनों में अच्छी बारिश नहीं हुई तो फसलों का उत्पादन प्रभावित होगा। वहीं दूसरी तरफ कुछ जिलों में काफी ज्यादा बारिश हो रही है। बीजापुर में अब तक 121 फीसदी तक ज्यादा पानी गिर चुका है। अन्य सात जिलों में 21 से 33 फीसदी तक ज्यादा पानी बरस चुका है। 11 जिले में सामान्य बारिश है।
प्रदेश में पिछले करीब सप्ताहभर से मानसून की बारिश थमी हुई है। कुछ-कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा हो रही है। फसलों के लिहाज से यह काफी नहीं है। राज्य के ज्यादातर हिस्सों में फसलों की बुआई हो चुकी है। अब उन्हें पानी की जरूरत है। इस मौके पर मानसून के रुठने से कृषि कार्य प्रभावित होने लगा है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि फिलहाल बहुत चिंता का विषय नहीं है, लेकिन यदि अगले कुछ दिनों तक और पानी नहीं बरसा तो स्थिति गंभीर हो सकती है। जिलों के लिहाज से बारिश थोड़ी-बहुत ठीक है, लेकिन यदि और छोटे हिस्सों को देखा जाए तो कई तहसीलों में ज्यादा सूखापन है। यहां खेतों की दरारें बता रही हैं कि सप्ताहभर से पानी नहीं गिरा है।
दरिमा, बतौली, लुंड्रा, शंकरगढ़, रामानुजगंज, राजपुर, प्रतापपुर, बिहारपुर, कुनकुरी, कांसाबेल, दुलदुला, सन्ना, जशपुर, पत्थलगांव, अंबिकापुर, मैनपाट, सीतापुर, लटोरी, बेरला, बलरामपुर, कुसमी, वाड्रफनगर, दर्री, गादीरास, कोंटा, सोनहत, आरंग
मौसम विभाग के अनुसार अगले चार-पांच दिनों तक राज्य में भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-केंद्रीय हिस्से में एक चक्रवात बना हुआ है। यह आंध्रप्रदेश, उत्तर तमिलनाडू तटीय हिस्से में समुद्र तल से करीब डेढ़ से तीन किमी की ऊंचाई तक है। एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है। गंगानगर, हिसार, दिल्ली, वाराणसी, जमशेदपुर से पूर्व-दक्षिण होते हुए उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक मानसून द्रोणिका बनी है। इन सिस्टम के असर से प्रदेश में अगले चार-पांच दिन बड़ी मात्रा में नमी आएगी और भारी से अतिभारी बारिश होगी।
सब मिलाकर छत्तीसगढ़ में अब तक अच्छी बारिश तो हो गई है, लेकिन आठ जिलो में बारिश कम है। इनमें से भी जशपुर में 62 फीसदी कम बारिश है। कम बारिश वाले बाकी जिलों में स्थिति अभी उतनी खराब नहीं है। लेकिन आगे पानी नहीं गिरा तो दिक्कत हो सकती है। वैसे अभी कुछ दिनों का ब्रेक जरूरी है। इससे फसलों को बढ़ने में मदद मिलती है। अगले चार-पांच दिन अच्छी बारिश की संभावना है। इससे कमी वाले जिलों की स्थिति सुधर सकती है।