7 घंटे तक चला ऑपरेशन, जबड़े से निकाला गया कैंसर का सेल्स, जानलेवा बीमारी को नजर अंदाज न करें मरीज
बिलासपुर के CIMS अस्पताल में मुंह के कैंसर और एक्सीडेंट से जबड़े में चोट लगने से घायल दो मरीजों का सफल ऑपरेशन किया गया। दंत रोग विभाग के डॉक्टरों की टीम ने कैंसर सात घंटे तक ऑपरेशन कर मरीज के जबड़े से कैंसर के सेल्स को बाहर निकाला और फिर लोकल फ्लैप से जबड़े का रिकंस्ट्रक्शन किया। वहीं एक्सीडेंट के कारण जबड़े में चोट लगने और फिर ठीक से उपचार नहीं होने के कारण युवक का मुंह ठीक से खुल नहीं पा रहा था। उसे खाने पीने में भी समस्या हो रही थी। डॉक्टरों ने उसका चार घंटे ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के बाद अब उसका मुंह खुलने लगा है और दोनों मरीज बेहतर स्थिति में है।
रायपुर निवासी 55 साल के मरीज के होंठ में छाले की तकलीफ शुरू हुई। तब वह इलाज कराने के लिए बिलासपुर के CIMS अस्पताल में जांच कराने के लिए दंत रोग विभाग पहुंचा। यहां जरूरी जांच कराने व परीक्षण से पता चला कि मरीज के होंठ का गठान मुंह के दोनों तरफ फैल गया है। जांच में उसे कैंसर के थर्ड स्टेज का पता चला। इससे उसका मुंह भी खुलना कम हो गया था, जिसे मेडिकल में OSMF की बीमारी कहते हैं।
मरीज के सभी जांच के बाद दंत रोग विभाग के HOD डॉ. संदीप प्रकाश ने डॉक्टरों की टीम के साथ उसका ऑपरेशन का निर्णय लिया। करीब सात घंटे तक ऑपरेशन की प्रक्रिया चली। इस जटिलतम ऑपरेशन में गले में उपस्थित दोनों तरफ लिम्फ के नोड्स में फैले कैंसर सेल्स को काटकर निकाला गया और लोकल फ्लैप से रिकंस्ट्रक्शन किया गया। ऑपरेशन करने वालों में दंत रोग विभाग के डॉ . जंडेल सिंह, डॉ . भूपेंद्र कश्यप, डॉ . हेमलता राजमणि, डॉ . प्रकाश खरे, डॉ . सोनल पटेल के साथ ही निश्चेतना विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ . भावना रायजादा व स्टाफ शामिल रहे।
रायपुर के गवर्नमेंट हॉस्पिटल में मरीजों की भीड़ होने के कारण पीड़ित मरीज का उपचार नहीं हो सका। इसके चलते वह इलाज कराने के लिए बिलासपुर के CIMS अस्पताल पहुंचा, जहां डॉक्टरों की टीम ने मुंह के कैंसर का सफल ऑपरेशन किया।
दंत रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप प्रकाश ने बताया कि आजकल की व्यस्तता भरी जिंदगी में लोग तनाव मुक्त होने के लिए गुटखे का सेवन करते हैं। लेकिन, इससे होने वाले जानलेवा बीमारी कैंसर को नजर अंदाज कर देते हैं। इसी बुरी आदतों के कारण कैंसर की बीमारी होती है। गुटखा व तंबाकू खाने वाले मरीजों को इस गंभीर बीमारी को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए।
4 घंटे ऑपरेशन कर बंद जबड़े को खोला
एक्सीडेंट के कारण जबड़े में चोट लगने और फिर ठीक से उपचार नहीं होने के कारण युवक का मुंह ठीक से खुल नहीं पा रहा था। उसे खाने पीने में भी समस्या हो रही थी। ऐसे में उसने CIMS में जांच कराया, जिसके बाद डॉक्टरों ने उसका चार घंटे ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के बाद अब उसका मुंह खुलने लगा है।
चकरभाठा क्षेत्र के चिरचिदा निवासी 47 वर्षीय का एक्सीडेंट हो गया था, तब उसे समय पर सही इलाज नहीं करा सका। इसकी वजह से उसका मुंह खुलना बंद हो गया, जिससे उसे खाने पीने में तकलीफ होने लगी और मरीज कमजोर होने लगा। CIMS के दन्त चिकित्सा विभाग में एक्स रे, चेहरे की 3 D सीटी स्कैन करने के बाद (टीएमजे एंकिलोसिस) की बीमारी का पता चला।
डॉक्टरों के अनुसार यह कॉमन बीमारी है, जिसमें मुंह खुलने वाला जॉइंट खराब हो जाता है। इस मरीज के राइट गैप ऑर्थोप्लास्टी और द्बिपक्षीय कोरोनोइडेक्टोमी कर मुंह को पांच सेंटीमीटर तक खोला गया। चूंकि मरीज का मुंह नहीं खुल रहा था। इसलिए मरीज को बेहोश करने से पहले गले छेद कर नली (ट्रेकियोस्टोमी) डालकर बेहोश किया गया और उसके ऑपरेशन की प्रक्रिया पूरी की गई।