देश के इतिहास का काला अध्याय है आपातकाल संगोष्ठी : पूणेंद्र सिन्हा

कवर्धा । भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में रविवार को आपात काल संगोष्ठी पर चर्चा भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच रखा गया,1975 में लागू किए गए आपातकाल की बरसी को काला दिवस के रूप में मनाया गया। यहां एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रुप में पूणेंद्र सिन्हा संघ कार्यवाहक दुर्ग,जिला भाजपा अध्यक्ष अनिल और आपातकाल कार्यक्रम प्रभारी देवकुमारी चंद्रवंशी की उपस्थिति में पूजा अर्चना कर कार्यक्रम प्रारंभ किया.
पूणेंद्र सिन्हा संघ विभाग कार्यवाहक दुर्ग ने चर्चा करते हुए कहा कि 25 जून 1975, भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में देश का सबसे दुर्भाग्यपूर्ण दिन रहा है। 46 साल के बाद भले ही देश के लोकतंत्र की एक गरिमामयी तस्वीर सारी दुनिया में प्रशस्त हो रही हो, लेकिन आज भी अतीत में 25 जून का दिन एक काले अध्याय के रूप में दर्ज है। आपातकाल के बाद प्रशासन और पुलिस के द्वारा भारी उत्पीड़न की कहानियां सामने आई थीं। प्रेस पर भी सेंसरशिप लगा दी गई थी,आपातकाल में अभिव्यक्ति का अधिकार ही नहीं, लोगों के पास जीवन का अधिकार भी नहीं रह गया था। 25 जून की रात से ही देश में विपक्ष के नेताओं की गिरफ्तारियों का दौर शुरू हो गया था गिरफ्तारी में नाम जयप्रकाश नारायण, लालकृष्ण आडवाणी, अटल बिहारी वाजपेयी, जार्ज फर्नांडीस आदि बड़े नेताओं को जेल में डाल दिया गया था. 25 जून को गुजरात में चिमनभाई पटेल के विरुद्ध विपक्षी जनता मोर्चे को भारी विजय मिली। इस दोहरी चोट से इंदिरा गांधी बौखला गईं। इसके बाद लोकतांत्रिक देश भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था को रौंदते हुए दमन का चक्र चलाया गया। उसे आज भी देश की जनता नहीं भूली है आपातकाल पर चर्चा में विशेष रुप से उपस्थित पूर्व विधायक अशोक साहू,रामकुमार भट्ट प्रदेश पंचायत प्रकोष्ठ अध्यक्ष, विशेसर पटेल,क्रांति गुप्ता महामंत्री,जिला भाजपा उपाध्यक्ष नितेश अग्रवाल,राजेंद्र चंद्रवंशी,सुरेश दुबे मंत्री,नीतू शर्मा,बसंत नामदेव जिला सोशल मीडिया संयोजक गोपाल साहू,रामकृष्ण साहू जिला पंचायत सदस्त,भुनेश्वर चन्द्राकर किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष,कैलाश चंद्रवंशी,पीयूष ठाकुर युवा मोर्चा अध्यक्ष,मधु तिवारी महिला मोर्चा अध्यक्ष, सभी मोर्चा के महामंत्री,मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता कार्यक्रम में शामिल रहे।