फारूक अब्दुल्ला ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार से अपना नाम लिया वापस, कहा- जम्मू-कश्मीर को मेरी जरूरत

राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होने की चर्चा पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने विराम लगा दिया है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि मैं भारत के राष्ट्रपति पद के लिए संभावित संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार के रूप में अपना नाम विचार से वापस लेता हूं। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि इस समय जम्मू-कश्मीर नाजुक दौर से गुजर रहा है और ऐसे समय में यहां के लोगों की मदद के लिए यहां रहना मेरे लिए सबसे जरूरी है। अब्दुल्ला ने आगे कहा, “मेरे आगे बहुत सक्रिय राजनीति है और मैं जम्मू-कश्मीर और देश की सेवा में सकारात्मक योगदान देने के लिए तैयार हूं।
मेरा नाम प्रस्तावित करने के लिए मैं ममता बनर्जी का आभारी हूं। मैं उन सभी वरिष्ठ नेताओं का भी आभारी हूं जिन्होंने मुझे अपना समर्थन दिया।” बता दें राष्ट्रपति चुनाव 2022 को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने 15 जून को बैठक की थी। इस दौरान ममता बनर्जी ने फारूक अब्दुल्ला और गोपाल कृष्ण गांधी के नाम का प्रस्ताव भी रखा था। इस बैठक में कांग्रेस समेत 17 दलों के नेता शामिल हुए थे। जिसमें ममता बनर्जी के अलावा शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल, प्रियंका चतुर्वेदी, दीपांकर भट्टाचार्य, मनोज झा, महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला, रणदीप सुरजेवाला, अखिलेश यादव, खड़गे, जयराम रमेश, रालोद से जयंत चौधरी, डीएमके से टीआर बालू आदि मौजूद थे।