हरियाणा कांग्रेस के सभी विधायक शाम 5 बजे से एक विशेष विमान से चंडीगढ़ के लिए रवाना होंगे
क्रॉस वोटिंग का खतरा टालने के लिए रायपुर में रखे गए हरियाणा के विधायक गुरुवार शाम चंडीगढ़ लौट जाएंगे। राज्य सभा चुनाव में हरियाणा के लिए कांग्रेस के पर्यवेक्षक बनाए गए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी उनके साथ ही चंडीगढ़ जा रहे हैं। हरियाणा के विधायक 2 जून की शाम को ही रायपुर लाए गए थे।
बताया जा रहा है, हरियाणा कांग्रेस के सभी विधायक शाम 5 बजे से एक विशेष विमान से चंडीगढ़ के लिए रवाना होंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी उनके साथ होंगे। सभी लोग रात में चंडीगढ़ के एक होटल में ठहरेंगे। सभी विधायकों को शुक्रवार सुबह वहीं से सीधे विधानसभा ले जाया जाएगा। वहां वे राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान करेंगे। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के विधायकों को पिछले एक सप्ताह में कम से कम तीन बार सही ढंग से मतदान की मॉकड्रिल कराई गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजीव शुक्ला, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंदर सिंह हुड्डा सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी है।
विधायकों को बताया गया है, चुनाव बैलट पर होंगे, लेकिन इसमें मुहर नहीं लगानी, बस नंबर लिखने हैं। इसके लिए उनको चुनाव आयोग की ओर से एक विशेष पेन मिलेगा। सभी को उसी पेन का इस्तेमाल करना है। कांग्रेस विधायकों को पार्टी प्रत्याशी अजय माकन को पहली वरीयता का वोट करने को कहा गया है। विधायकों को समझाया गया है कि वरीयता के लिए एक लिखते समय सावधानी बरतने की जरूरत होगी। अगर यह बॉक्स के बाहर लिख दिया जाएगा तो रद्द हो सकता है। विधायकों को कम से कम तीन बार मतदान प्रक्रिया का मॉकड्रिल कराया गया है। अब यह 10 जून की शाम को ही स्पष्ट होगा कि कांग्रेस की यह बाड़ेबंदी और प्रशिक्षण संगठन के काम आया अथवा पूरी मेहनत बेकार गई।
पिछले चुनाव में पेन बदलने का खेल कर चुके हैं विधायक
हरियाणा कांग्रेस के विधायक पिछले चुनाव में पेन बदलने का खेल कर चुके हैं। 2016 के राज्यसभा चुनाव में राज्यसभा की एक सीट थी। इंडियन नेशनल लोकदल और कांग्रेस ने यहां संयुक्त रूप से आर.के. आनंद को टिकट दिया था। भाजपा के समर्थन से सुभाष चंद्रा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे। उस समय कांग्रेस में भूपेंद्र हुड्डा का खेमा खुश नहीं था। चुनाव हुआ तो कांग्रेस के 16 विधायकों के वोट निरस्त हो गए। कारण- मतदान के लिए जो खास स्याही वाला पेन दिया गया था, उन विधायकों ने वोट देने के लिए उसका इस्तेमाल ही नहीं किया। परिणाम यह रहा कि सुभाष चंद्रा आसानी से राज्यसभा पहुंच गए।
राज्यसभा चुनाव में यहां फंसा है कांग्रेस का पेंच
कांग्रेस ने हरियाणा से अजय माकन को टिकट दिया है। वहीं भाजपा ने कृष्णलाल पंवार को उम्मीदवार बनाया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर ताल ठोका है। कार्तिकेय को जननायक जनता पार्टी और निर्दलीयों को समर्थन हासिल है। हरियाणा विधानसभा में 90 सीट है। ऐसे में राज्यसभा में जीत के लिए 31 वोटों की जरूरत होगी ही। कांग्रेस के पास वहां केवल 31 विधायक हैं। ऐसे में हर वोट अजय माकन के पक्ष में गिरना जरूरी है। कार्तिकेय शर्मा की दावेदारी ने पेंच फंसा दिया है। कांग्रेस की मुश्किल यह है कि वहां पर वरिष्ठ विधायक कुलदीप विश्नोई ने अंतरआत्मा की आवाज पर वोट देने की बात कह डाली है। उनके बागी तेवर बता रहे हैं कि वह वोट पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ भी हो सकता है।