मंत्री टीएस सिंहदेव ने की मनरेगा कर्मियों से मुलाकात, संघ के जिलाध्यक्ष द्वारा वादे गिनवाने पर लगाई रोक
गरियाबंद. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव आज गरियाबंद जिले के किडनी रोग पीड़ित गांव सुपेबेड़ा चौथी बार पहुंचे. हेलीकॉप्टर से उतरते ही वे सुपेबेड़ा में बनने जा रहे 61 लाख के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन की आधारशिला रखी. फिर यहां मौजूद उपस्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर मरीजों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया. गांव में चौपाल लगाकर किडनी रोग प्रभावित परिवार से सीधी बात की. इस दौरान मंत्री टीएस सिंहदेव की मनरेगा कर्मियों को दो टूक कही. उन्होंने कहा कि आप लोगों के कारण गरीब मजदूरों का 700 करोड़ का नुकसान हुआ. काम पर आओ तो ही बात होगी, नहीं तो दूसरा विकल्प भी तलाश रहे हैं.
पीड़ित परिवार ने आंध्र सरकार के तर्ज पर प्रभावित परिवार को आर्थिक मदद की मांग की. घोषणा के तीन साल बाद भी नहीं पहुंच सके तेल नदी के साफ पानी की एक बार फिर मांग उठी. पीड़ित परिवार के अलावा मनरेगा कर्मी, शिक्षक संघ और अन्य समस्याग्रस्त लोगों की भीड़ आवेदन देने के लिए जुटी रही. मंत्री ने दोनों बड़े मुद्दों पर सरकार स्तर पर पहल होने की बात कही है.
सुपेबेड़ा पहुंचे मंत्री टीएस सिंह देव को मनरेगा कर्मी संघ ने मिलकर अपना दुखड़ा सुना रहे थे. संघ के जिलाध्यक्ष रीना ध्रुवे मंच पर माइक लेकर सरकार को उनका वादा याद दिला रही थी. मंत्री सिंह देव ने बीच में ही उन्हें टोक कर कह दिया कि आप और हम एक जैसे ही है, सभी पब्लिक के लिए काम करते हैं. पहले भी कई कर्मचारी हड़ताल किए पर आपसी बात से ही उनकी बात बनी. उन्होंने आगे कहा कि आप लोगों की हठधर्मिता के चलते गरीब मजदूरों का 700 करोड़ का नुकसान हुआ है. काम पर वापस आने से ही बात होगी. नहीं तो नए भर्ती की तैयारी चल रही है. बता दें कि विगत 65 दिनों से मनरेगा कर्मी अपने दो सूत्रीय मांग को लेकर प्रदेश भर में आंदोलन कर रहे हैं.