ब्लॉक के 50 हजार मजदूरो पर दिखा मनरेगा अधिकारियों के हड़ताल का असर

कवर्धा। मनरेगा के अधिकारी कर्मचारी पिछले 12 दिन से ग्रेड-पे की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। इससे विकासखंड के 50 हजार से अधिक मजदूर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। इन मजदूरों के पास पिछले 12 दिनों से कोई काम नहीं है। प्रदेश मनरेगा कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर ब्लॉक के 150 मनरेगा अधिकारी- कर्मचारी रोजगार सहायक 2सूत्रीय मांगों को लेकर 4 अप्रैल से हड़ताल पर है।
संघ प्रमुखों की मानें, तो आंदोलन तब तक जारी रहेगी, जब तक इनकी 2सूत्रीय मांगे पूरी ना हो जाए। संघ के अध्यक्ष मुकेश साहू व गोविंद सोनी ने बताया राज्य शासन अपनी चुनावी जन घोषणा पत्र पर अमल कर मनरेगा कर्मियों को नियमित करने की प्रक्रिया प्रारंभ करें। रोजगार सहायकों का ग्रेड पे निर्धारण कर सभी मनरेगा कर्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 का पालन करते हुए पंचायत कर्मी नियमावली लागू करें।
संघ के पदाधिकारियों ने कहा मनरेगा के कर्मचारी अधिकारी शासन की समस्त योजनाओं को धरातल में क्रियान्वयन करते हैं। ब्लॉक के कार्यक्रम अधिकारी रमेश कुमार भास्कर ने बताया कि मनरेगा ग्राम रोजगार सहायक अधिकारी कर्मचारी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण अधिनियम 2005 से पारित होकर छग में 2006 से संचालित हो रहा है तब से समस्त कर्मचारी आज पर्यंत 16 वर्षों से कार्यरत है। सरकार द्वारा 16 वर्षों में केवल आश्वासन ही हाथ लगी है।
अब आगे भूख हड़ताल करेंगे और मुंडन कराएंगे
संघ का कहना है कि मांगे पूरी होने तक आंदोलन लगातार जारी रहेगा। आगे की रणनीति भी संघ ने बना ली है। इसके आगे अब भूख हड़ताल, मुंडन कार्यक्रम और कवर्धा से भोरमदेव मंदिर पदयात्रा करेंगे।