कवर्धा : सड़क हादसे मे हुए घायल की हुई मौत,पुलिस को खबर तक नही

कवर्धा । जिले के नेशनल हाईवे- 30 पर शक्कर कारखाने के पास परसहा मोड़ पर सड़क हादसे में घायल ग्रामीण की इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत की सूचना परिजन ने पुलिस को नहीं दी और पोस्टमार्टम कराए बगैर ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। शव को दफनाने के 5 दिन बाद पोंडी पुलिस ने कब्र खुदवाई। डेडबॉडी (शव) को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम कराया गया।
मामला पोंडी चौकी क्षेत्र के सिंघनपुरी गांव का है। चौकी प्रभारी मानसिंह ने बताया कि मृतक समुंद पटेल ग्राम सिंघनपुरी का रहने वाला था। 11 मार्च को वह सड़क हादसे में घायल हो गया था। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 2- 3 दिन बाद घायल समुंद को शहर के एक प्राइवेट अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां करीब 16- 17 दिन तक इलाज के लिए भर्ती रहा। फिर डॉक्टर ने जवाब देते हुए समुंद को डिस्चार्ज कर दिया।
इस पर परिजन उसे लेकर अपने घर ले आए। इस बीच पुलिस ने घर पहुंचकर घायल का बयान लेने कोशिश की, लेकिन वह बोलने की स्थिति में नहीं था। घर में ही 4 अप्रैल को उसकी मौत हो गई थी। इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी गई। यही नहीं शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया। बाद में जानकारी लगने पर पुलिस ने मामले में सक्रियता दिखाई।
जब कॉल किया, तो मौत का पता चला
पोंडी पुलिस सड़क हादसे की विवेचना कर रही है। बताया गया कि घायल समुंद पटेल का बयान लेने चौकी के मुंशी ने उसके घर कॉल किया, तब समुंद की मौत का पता चला। चौकी प्रभारी मानसिंह ने शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए एसडीएम से अनुमति ली। नायब तहसीलदार शशी नर्मदा की उपस्थित में कब्र खोदकर शव को निकाला गया। उसके बाद मौके पर डॉक्टर ने उसका पीएम किया।
लापरवाही: डिस्चार्ज की सूचना नहीं दी
मामले में प्राइवेट अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है। चौकी प्रभारी ने बताया कि अस्पताल से घायल को छुट्टी दी गई, लेकिन पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी। वरिष्ठ अधिवक्ता शेखर बख्शी का कहना है कि जब घायल को डिस्चार्ज किया है, तो अस्पताल प्रबंधन को इसकी सूचना पुलिस को देनी थी। लेकिन इसे अपराध नहीं कहा जा सकता। वहीं परिजन ने मृत्यु की जानकारी पुलिस को न देकर नैतिक दायित्व नहीं निभाई।
जानिए क्या था मामला
घटना 11 मार्च सुबह करीब 8 बजे की है। ग्राम सिंघनपुरी निवासी समुंद पटेल, उसका पुत्र यशवंत पटेल और मनोज पटेल बाइक क्रमांक- सीजी 09 जे जी 0739 पर किसी काम के सिलसिले में पोंडी जाते समय एक अन्य बाइक से उनकी टक्कर हो गई। हादसे में बाइक सवार तीनों बुरी तरह घायल हो गए थे। यशवंत पटेल की अस्पताल ले जाते वक्त मौत हो गई थी।
उसके पिता समुंद पटेल जिला अस्पताल में भर्ती थे। गंभीर स्थिति पर उसे प्राइवेट अस्पताल रेफर किया था। पखवाड़ेभर चले इलाज के बाद वहां भी डॉक्टर ने जवाब दे दिया तो परिजन उसे घर ले आए। जहां 4 अप्रैल को उसकी मौत होने पर परिजन ने अंतिम संस्कार भी कर दिया।
गांव के ब्रिक्स फैक्ट्री में काम करते थे पिता-पुत्र
हादसे में समुंद पटेल और उसके पुत्र यशवंत दोनों की मौत हो गई। पूछताछ में पता चला है कि ये दोनों पोंडी के एक ब्रिक्स फैक्ट्री में मजदूरी का काम करते थे। इसी सिलसिले में वे रोज मोटर साइकिल पर पोंडी आना- जाना करते थे। 11 मार्च की सुबह भी वे मजदूरी के लिए पोंडी जा रहे थे। तभी हादसे का शिकार हो गए।