PHE कर्मी ने नौकरी का झांसा देकर ठगे 15 लाख और अब है फरार

बिलासपुर । जिले सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में PHE कर्मी ने दो रिटायर्ड रेलकर्मियों के बेटे और नातियों समेत छह लोगों को नौकरी दिलाने के लिए 26 लाख रुपए में सौदा तय कर लिया। इसके बाद 15 लाख रुपए भी ले लिया। इधर, दो साल के भीतर रिटायर्ड रेलकर्मी के रिश्तेदारों को न तो नौकरी मिली और न ही PHE कर्मी ने रुपए लौटाए। अब परेशान होकर उन्होंने थाने में केस दर्ज कराया है।
सिरगिट्टी के नजर लालपारा में रहने वाले 83 वर्षीय वृद्ध राधेलाल उइके रेलवे के रिटायर्ड लोको पायलट हैं। साल 2014 में साथ में काम करने वाले नत्थूलाल बालबोंदरे के माध्यम से उनकी पहचान राजेंद्र कुमार सोनकुंवर से हुआ। इस दौरान पता चला कि राजेंद्र कुमार मुंगेली में PHE ऑफिस में मानचित्रकार है। उसने उन्हें बताया कि वह कई लोगों का रेलवे में नौकरी लगवा चुका है।
उसने एक साल के भीतर नौकरी लगाने की बात कहते हुए एग्रीमेंट करने की बात कही। तब उसकी बातों में आकर रिटायर्ड रेलकर्मी राधेलाल ने अपने बेटे नातियों और नत्थूलाल ने भी अपने बेटे व एक अन्य युवक नीरज भीमगे की नौकरी लगाने के लिए उससे 2016 में 26 लाख रुपए में सौदा तय कर लिया। एग्रीमेंट के अनुसार PHE कर्मी राजेंद्र को जनवरी 2017 तक नौकरी लगाना था।
दो साल से ड्यूटी से है गायब, घर पर भी नहीं मिला
इधर, दो साल बीत जाने के बाद उन्होंने PHE कर्मी के मुंगेली स्थित ऑफिस पहुंचे, तब पता चला कि वह ऑफिस में बिना सूचना के दो साल से गायब है। इस दौरान वह जरहाभाठा स्थित अपने घर से भी गायब मिला। इससे परेशान होकर रिटायर्ड रेलकर्मी उसकी तलाश करते रहे, पर वह नहीं मिला।
बीमार हो गए हैं वृद्ध रेलकर्मी, दोस्त की हो चुकी है मौत
राधेलाल ने पुलिस को बताया कि उनकी उम्र अब 83 साल की हो गई है और वह बीमार रहते हैं। अपनी रिटायरमेंट की कमाई और बेटे के जुटाए गए रुपयों को उन्होंने नौकरी लगने की उम्मीद में PHE कर्मी राजेंद्र कुमार को दिया था। उनके दोस्त नत्थू लाल की करीब साल भर पहले मौत हो गई है। अब उसका बेटा गौतम बाल बोंदरे है, जो रुपए वापसी के लिए भटक रहा है। ऐसे में उन्होंने PHE कर्मी के खिलाफ केस दर्ज कराया है। उनकी रिपोर्ट पर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।