पांच साल की उम्र में हार्वर्ड वर्ल्ड रिकाॅर्ड में बनाई जगह
बिलासपुर । जिस उम्र में बच्चे खिलौने से खेलकर उन्हें तोड़ने-फोड़ने में लगे रहते हैं उस उम्र के अरमान उभरानी ने 2 वर्ल्ड रिकार्ड्स बनाने के साथ इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी अपना स्थान बनाने में कामयाबी हासिल की है। गणित के गुणांक की समस्या को हल करने में अच्छे-अच्छों का पसीना छूट जाता है लेकिन महज पांच साल का यह मासूम बच्चा उसे मिनटों में हल करने की महारत रखता है।
तोरवा के मनीष उभरानी और साइना उभरानी के 4 साल 11 महीने के बेटे अरमान उभरानी गणित के गुणांक को मिनटों में हल करने में दक्ष है। उसने 2 से 20 तक के पहाड़ा को मात्र 8 मिनट 3 सेकंड में हल करके लंदन के हार्वर्ड वर्ल्ड रिकाॅर्ड में अपना स्थान बनाया है।
इसी तरह से वर्ल्ड रिकाॅर्ड के लिए ऑनलाइन ली गई परीक्षा में गणित के 86 सवालों को मात्र 16 मिनट में इसे हल कर वर्ल्ड रिकाॅर्ड के दावेदार बन गए। इसी तरह से 100 गुणांक को 3X1 से मात्र 12 मिनट 8 सेकंड में हल किया। महज 5 साल के मासूम अरमान के इस हुनर ने उनमें और जोश पैदा कर दिया है। अब वे खेल-खेल में ही गणित के सवाल हल करने लगे हैं।
अरमान की मां साइना उभरानी बताती हैं कि रात में सोने के समय भी अरमान गणित के गुणांक के बारे में ही बातें करता है। जब वर्ल्ड रिकाॅर्ड के लिए दावेदारी की गई तब उन्होंने ऑनलाइन उसकी परीक्षा ली थी जिसे अरमान ने बखूबी पूरा किया। अरमान की मेमोरी काफी स्ट्रांग है उसे गणित की किसी भी समस्या को हल करने में चंद मिनट ही लगते हैं।
ऐसा नहीं है कि वह पूरे समय पढ़ाई ही करता है उसे खेलकूद में भी रुचि है। हम भी चाहते हैं कि उसका मानसिक के साथ शारीरिक विकास हो, इसलिए स्केटिंग और बैडमिंटन खेलने में भी उसका पूरा साथ देते हैं।
छत्तीसगढ़ में इकलौती उपलब्धि
पांच वर्षीय अरमान उभरानी ने दो वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित करने के बाद इंडिया बुक ऑफ रिकाॅर्ड में अपना नाम दर्ज कराकर अद्वितीय उपलब्धि हासिल की है। ऐसा करने वाले वे छत्तीसगढ़ के इकलौते स्टूडेंट हैं। उनकी मां बताती है कि बचपन से ही उसे गणित से लगाव है।
उसके लगन को देखते हुए जब उसे टेबल याद करने कहते थे तो वह मिनटों में याद कर लेता था। हमें भी आश्चर्य हुआ लेकिन इसके अलग टैलेंट ने हमें भी उसे आगे बढ़ाने में मदद करने का हौसला दिया। अब तो उसकी काउंटिंग करने की क्षमता भी बढ़ गई है।