वीवाई हॉस्पिटल को बंद रखने एवं लाइसेंस रद्द करने का नोटिस मिलने के बाद भी खुला

तहलका न्यूज दुर्ग// बीते दिनों 30 जून को प्रसव के दौरान धमधा निवासी गर्भवती की हुई मौत को छिपाने के चलते वीवाई हॉस्पिटल को अगले 30 दिन बंद करने का दुर्ग कलेक्टर ने आदेश जारी किया था, मिले आदेश के बाद भी आज खुला नजर आया।
गर्भवती महिला की मौत हो गई थी, जिसमे इलाज और मौत का कारण छिपाने को लेकर एक आदेश दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने जारी किया। गौरतलब है की धमधा के वार्ड-7 निवासी गर्भवती डिलेश्वरी साहू की प्रसव के दौरान मौत हो गई थी। नियमतः अस्पताल को मौत के 24 घंटे के भीतर स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी देनी होती है। लेकिन वीआई हॉस्पिटल ने ऐसा नहीं किया। उल्टा अस्पताल ने महिला की हार्ट-अटेक से मौत बताकर मामला दबा दिया। जब हेल्थ विभाग की टीम जब रूटीन जांच के लिए गर्भवती महिला के घर पहुंची, तब पता चला कि डिलीवरी के दौरान उसकी मौत हो चुकी है। इसके बाद हेल्थ विभाग ने एक नोटिस भेजा। जिस पर अस्पताल प्रबंधन ने गोल-मोल जवाब दिया। उसके बाद पुनः नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया, फिर भी सही जानकारी नहीं दी गई।
जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन के रवेये को देख स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई कर 20 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया। इस मामले में नोडल अधिकारी डॉ. अनिल शुक्ला ने बताया कि जुर्माने की राशि को चालान के माध्यम से पांच दिन के अंदर जमा करना होगा। साथ ही हॉस्पिटल का लाइसेंस निरस्त करने भी नोटिस दिया गया है। लेकिन इसके बाद भी मिले आदेश की अनदेखी कर आज वीवाई अस्पताल पूरी तरह खुला हुआ है