फोर्टिफाईड चॉवल से कुपोषण मुक्ति की ओर दन्तेवाड़ा
राज्य सरकार के द्वारा फोर्टिफाईड चॉवल वितरण योजना 01 नवंबर 2021 से लागू किया गया है। योजना के तहत् राज्य के लोगो को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत फोर्टिफाईड चावल का वितरण किया जावेगा। इस योजना के क्रियान्वयन का मुख्य लक्ष्य आवश्यक पौष्टिक तत्वों की पूर्ति एवं कुपोषण के नियंत्रण हेतु राज्य सरकार द्वारा फोर्टिफाईड चॉवल को लोगो तक पहुँचाना है। वास्तव में नियमित रूप से वितरित होने वाले चॉवल में कार्बोहाइड्रेट के अतिरिक्त अन्य पोषक तत्वों की कमी होती है, परन्तु फोर्टिफाईड चॉवल में कार्बोहाइड्रेट के साथ-साथ विटामिन ए, विटामिन बी-1, विटामिन बी-12, फोलिक एसीड, आयरन एवं जिंक सभी पोषक तत्वों का मिश्रण होता है। भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण द्वारा निर्धारित मापदण्ड अनुसार यह निर्मित हो कर वितरण होगा, जो पौष्टिक तत्वों की पूर्ति के साथ-साथ कुपोषण दूर करने में मददगार होगा। जिला दन्तेवाड़ा में प्रथम चरण में सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं मध्यान्ह भोजन में फोर्टिफाईड चॉवल का वितरण किया जा रहा है, जिससे शिशु शिशुवति माता, गर्भवती एवं किशोरियों में पौष्टिक खाद्यान्न की पूर्ति की जा रही है। अगले चरण में आंगनबाडी एवं मध्यान्ह भोजन के साथ-साथ जिले के सभी राशनकार्ड धारियों को फोर्टिफाईड चावल की पूर्ति करने की कार्य-योजना है। इस हेतु जिले में इस वर्ष 2021-22 में सी०एम०आर० में 19015 मे0टन फोर्टिफाईड चॉवल के उपार्जन का लक्ष्य है, जिसकी पूर्ति जिले के राईस मिलर, एवं अन्य जिले से प्राप्त कर की जावेगी। योजना के प्रथम चरण में आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं मध्यान्ह भोजन में प्रेषित फोर्टिफाईड चावल को प्लास्टिक का चॉवल होने का भ्रम उत्पन्न हो रहा था. जिसके परिप्रेक्ष्य में संचालिका और सहायिका को प्रशिक्षण देकर अवगत कराया गया। फोर्टिफाईड चॉवल पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक है, जो कुपोषण मुक्ति में मील का पत्थर साबित होगा।